Thursday, May 2, 2024
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आगे का समय बहुत खराब, खाक होंगे नगर, लोग मिट जाएंगे, जलजला में भी निशा न रह जाएगा: बाबा उमाकान्त जी महाराज

सिलवासा त्रिकालदर्शी, मनुष्य के पाप कर्मों से नाराज कुदरत द्वारा दी जाने वाली सजा से समय रहते आगाह करने वाले, बचने का सरल उपाय भी बताने वाले, वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 19 जनवरी 2024 दोपहर सिलवासा (दादरा नगर हवेली और दमन दीव) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि आगे का समय बहुत खराब आ रहा है। ज्यादा हमको नहीं बताने का समय है, लेकिन बस यही कह रहा हूं आपसे, खाक होंगे नगर, लोग मिट जाएंगे, जलजला में भी निशा न रह जाएगा। उसके आसर दिखाई पड़ने लगे हैं। बारिश के महीने में जब भूरा बादल नीचे की तरफ से उठता दिखाई पड़ता है तब यह असार मालूम पड़ जाता है की बारिश होगी। धूँआ जहां दिखाई पड़ता है, मालूम हो जाता है कि आग है, जल करके राख कर देगी। ऐसे ही देखो विनाश लीलाएं विदेशों में शुरू हो गई हैं। भारत में तो समझो अभी थोड़ी गनीमत है लेकिन दूसरे देशों में देखो गोले दग रहे हैं, नगर के नगर खत्म होते चले जा रहे हैं, आदमी खत्म होता चला जा रहा है। देखो बाढ, भूकंप, तूफ़ान आदि बहुत आ रहे हैं। अभी मॉरिशस में बाढ़ आया।

मॉरिशस के राष्ट्रपति ने माँगा आशीर्वाद

मॉरीशस में जब मैं सतसंग करने गया था वहां के (पूर्व) राष्ट्रपति आए थे, राष्ट्रपति ने मुझसे कहा कि आप आशीर्वाद दीजिए, हमारा देश तरक्की करे, लोग ठीक रहे। तो हमने उनसे भी कहा था कि लोगों से कह दीजिए कि लोग शाकाहारी, नशा मुक्त हो जाए नहीं तो लोगों के कर्म खराब हो जाएंगे और कर्मों की सजा मिलेगी। जैसे आपका टापू है, ऐसे वह भी टापू है, चारों तरफ समुद्र है। खबर आई, वहां पानी भर गया, समुद्र में तूफान आ गया, शहर के ऊपर पानी उठाकर के सब डाल दिया, समझो, ऐसे ही इस वक्त का जीवन, विशेष रूप से समुद्र के किनारे वालों का जीवन इस तरह से है कि जैसे बारूद के ढेर पर आदमी खड़ा हुआ हो, उसका कोई ठिकाना नहीं रह जाता, कब आग लग जाए। या जैसे कोई कागज की नाव में बैठकर नदी पार करने के लिए सोचे, पता नहीं कब पानी भर जाए और डूब जाए। ऐसे ही लोगों की जिंदगी हो रही है।

बचने का उपाय

लेकिन यदि आप सुमिरन, ध्यान, भजन करते रहोगे, जयगुरुदेव नाम ध्वनि अगर आप बोलते रहोगे तो मालिक आपकी मदद करेगा। देखो प्रेमियों! यह जो गुलाबी कपड़ा पहनाया गया है, इसको अभी उतारने का समय नहीं आया है। बल्कि जो नए नामदानी हो, आप लोग पहन सकते हो। इसमें रहस्य है। यह आपकी बचत करेगा। ऐसे समय पर बचत करेगा, ऐसा चमत्कार दिखाई पड़ेगा, वह तो समय पर ही अनुभव होगा। इसलिए इसको जो पहनते हो, उतरना मत। अभी तो वो लोग जो टाट पहनते हैं, वो लोग भी बराबर पहने रहे। गुरु महाराज के कहने पर एक करोड़ लोगों ने टाट पहना था। मैं भी पहनता था लेकिन जब नाम दान देने का आदेश हो गया तब उतार दिया। जो जनहित का काम आपका चल रहा है, उसे बराबर चलाते, करते रहना। लेकिन असली चीज, सार क्या है? यही भजन, सुमिरन, ध्यान। यह सतसंगियों का मूल मंत्र है, यही असला काम है, बाकी तो आप निमित्त मात्र अपने शरीर, बच्चों के लिए नाम कमा लो, समाज में स्थान भी बना लो, यह भी कर सकते हो, इसके लिए कोई रोक-टोक नहीं है।

सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंघ साहिब जी के प्रकाश पर्व का तीन दिवसीय आयोजन

गुरुवार सुख सागर उज्जैन का स्थापना दिवस 14 जनवरी को मनाया जाएगा l गुरुद्वारा सुख सागर के अध्यक्ष चरणजीत सिंह कालरा ने बताया कि 13 जनवरी को रात्रि दीवान 7:00 से 9:00 बजे तक भाई अमनदीप सिंह( भाई मांझ साहिब बीबी कोलाजी वाले ) बड़ा शबद कीर्तन किया जाएगा 14 जनवरी को भाई अमनदीप सिंह जी का शबद कीर्तन सुबह 8:30 बजे से 12:00 बजे तक शबद कीर्तन किया जाएगा एवं गुरु जी का अटूट लंगर होगा l
सिख समाज द्वारा 14 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा गुरुद्वारों के अलावा घरों में भी मनाया जाता है l गुरुद्वारा सुखसागर में रात्रि 9:00 बजे लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा l
सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंघ साहिब जी का प्रकाश पर्व 15 जनवरी से 17 जनवरी तक गुरुद्वारा दूध तलाई में मनाया जाएगा l
गुरुद्वारा दूध तलाई के अध्यक्ष दलजीत सिंह अरोड़ा ने बताया कि 15 जनवरी 2024 सोमवार को सभी गुरुद्वारों की प्रभात फेरीयो का प्रातः 6:00 बजे चामुंडा माता चौराहे पर मिलन होगा एवं वहां से एकत्रित होकर गुरुद्वारा दूध तलाई जाएगी वहां पर उनका 6:30 बजे स्वागत किया जाएगा l प्रातः 9:00 बजे निशान साहब की सेवा की जाएगी l
16 जनवरी 2024 को रात को 9:00 बजे से 1:30 बजे तक गुरबाणी कीर्तन एवं कथा विचार होगा l भाई साहब जसप्रीत सिंघ जी (सोनू वीर जी,दिल्ली वाले ) एवं प्रीत कौर जी खालसा ( दिल्ली वाले ) का शबद कीर्तन होगा एवं प्रचारक भाई साहब सुरीन्द्र सिंह जी (शिवपुरी वाले ) एवं भाई साहब सुरजीत सिंह जी द्वारा शबद कीर्तन कीर्तन होगा l
17 जनवरी को प्रातः 8:00 बजे से अमृत संचार किया जाएगा l प्रातः 9:30 बजे अखंड पाठ की समाप्ति होगी एवं 10:00 बजे से 2:00 बजे तक गुरबाणी कीर्तन भाई साहब जसप्रीत सिंघ जी (सोनू वीर जी दिल्ली वाले ) एवं प्रीत कौर जी खालसा ( दिल्ली वाले ) का शबद कीर्तन होगा एवं प्रचारक भाई साहब सुरीन्द्र सिंह जी (शिवपुरी वाले ) द्वारा कथा की जाएगी एवं गुरुजी का अटूट लंगर होगा l तदुपरांत दोपहर 2:00 बजे से नगर कीर्तन गुरुद्वारा दूध तलाई से प्रारंभ होकर इंदौर गेट,दौलतगंज ,
मालीपुरा ,देवास गेट ,चामुंडा माता चौराहा, टावर चौराहा, शहीद पार्क ,गुरु नानक मार्केट ,माधव नगर हॉस्पिटल होते हुए गुरुद्वारा सुख सागर फ्रीगंज उज्जैन पर समाप्त होगा जहां पर गुरु जी का अटूट लंगर होगा l
सुरेंद्र सिंह अरोरा, इकबाल सिंह गांधी ,
चरणजीत सिंह कालरा ,पुरुषोत्तम सिंह जी चावला , आत्मा सिंह विग, त्रिलोचन सिंह जी सरपंच, राजा कालरा ,सुरजीत सिंह डंग ने सभी साध संगत से सभी कार्यक्रमों में उपस्थित होकर कार्यक्रम का लाभ लेने का निवेदन किया गया l
यह जानकारी सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस.एस.नारंग ने दी l

नौसिखिया सीएम मोहन यादव खुद को ‘अच्छा प्रशासक’ साबित करने के लिए कर रहे ओवरटाइम काम

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भोपाल, । पिछले महीने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत के बाद अपने पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान से सत्ता संभालने के बाद नए मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद को एक ‘अच्छे प्रशासक’ के साथ-साथ ‘आम लोगों का नेता’ साबित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

यादव ने कानून-व्यवस्था से लेकर शिक्षा, ई-गवर्नेंस और आदिवासी कल्याण तक अपनी सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी देते हुए फ्रंटफुट पर अपनी पारी की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, यादव का पहला आदेश उन लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंध लगाना था, जो धार्मिक स्थानों या अन्य स्थानों पर डेसिबल मानदंडों का उल्लंघन करते हैं। अपने निर्देश को लागू करने में कोई देरी न करते हुए, उन्होंने तुरंत इसके लिए नए दिशानिर्देश तैयार करने के लिए एडीजी-सीआईडी को पुलिस मुख्यालय में नोडल अधिकारी नियुक्त किया।

अतिरिक्त लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंध लगाने के यादव के फैसले को, जो अभी तक लागू नहीं हुआ है, विभिन्न बिंदुओं से आंका गया, इसमें हिंदुत्व समर्थक भी शामिल है, जिसे उनके समर्थक और भगवा पार्टी के कार्यकर्ता स्वीकार करने से नहीं कतराएंगे।

लेक‍िन कुछ अन्य लोगों का मानना है कि इस निर्णय से, यादव ने एक संकेत दिया कि वह लोगों की भलाई के लिए कठोर निर्णय लेने में संकोच नहीं करेंगे, जो एक अच्छे प्रशासक का गुण भी है।

इस तथ्य से अवगत कि राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति विशेष रूप से महिलाओं और निचली जातियों के लोगों के खिलाफ बढ़ते अपराधों के कारण संदिग्ध रही है, यादव ने गृह विभाग अपने पास रखा।

उन्होंने राज्य भर के जिलों और पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र को फिर से परिभाषित करने की प्रक्रिया शुरू की। अपने आदेश के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारियों के लिए अलग-अलग समय सीमा निर्धारित की।

एक और दिलचस्प कदम पहली कैबिनेट बैठक (4 जनवरी को) परंपरा से हटकर राज्य की राजधानी भोपाल से बाहर बुलाना था । यह बैठक जबलपुर में आयोजित की गई, जिसे आमतौर पर संस्कारधानी भी कहा जाता है। इस फैसले की विपक्ष ने भी सराहना की।

जबलपुर के रहने वाले वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक संदेश पोस्ट किया, इसमें लिखा था, “विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान, मैंने प्रियंका गांधी जी और कमल नाथ जी से एक कैबिनेट बनाने का वादा किया था।” कांग्रेस की सरकार बनी तो फिर मिलेंगे मुझे खुशी है कि मोहन यादव की सरकार मेरा संकल्प पूरा कर रही है। धन्यवाद।”

यादव ने राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा भी शुरू कर दी। उन्होंने संभागीय आयुक्तों, जिला कलेक्टरों, एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की समीक्षा बैठकें सीएम कार्यालय के बजाय किसी विशेष क्षेत्र में आयोजित करने का निर्णय लिया। उन्होंने महाकौशल (जबलपुर), विंध्य (रीवा), ग्वालियर-चंबल (ग्वालियर) में बैठकों की अध्यक्षता की और सोमवार को भोपाल सहित अन्य संभागों की समीक्षा बैठकें जारी हैं।

4 जनवरी को, यादव ने शाजापुर जिले में एक बैठक के दौरान एक ड्राइवर के लिए अपमानजनक टिप्पणी ‘औकात’ के लिए एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई शुरू की और 24 घंटे के भीतर अधिकारी का तबादला कर दिया गया। इसके साथ, यादव ने यह धारणा देने की कोशिश की कि वह ‘आम लोगों’ के नेता हैं और दोषी पाए जाने वाले नौकरशाहों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।

आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री खुद को गरीब वर्ग के लोगों से जोड़ने से नहीं चूके और जिक्र किया कि वह भी एक गरीब परिवार से हैं।

उन्‍होंने कहा,“चाहे कोई कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो, उसे काम के साथ-साथ गरीबों की भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए। इसलिए मानवता के नाते हमारी सरकार में ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाती। मैं खुद एक मजदूर का बेटा हूं।”

मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार का क्षेत्रीय मजबूती पर जोर

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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री में हुए बदलाव के बाद सरकार और संगठन की रणनीति में भी बदलाव नजर आने लगा है। अब दोनों का लक्ष्य क्षेत्रीय मजबूती है और उसके लिए अभियान भी छेड़ दिया गया है।

राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिला और पार्टी के साथ नवनिर्वाचित विधायकों ने बतौर नेता मोहन यादव को चुना। यादव मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और मंत्रिमंडल के गठन के बाद से लगातार सक्रिय हैं और उनका प्रशासनिक कसावट लाने के साथ सियासी गणित को साधने की कोशिश जारी है।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री का जोर क्षेत्रीय जमावट पर भी है। मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जहां संभागीय स्तर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशासनिक कसावट की जिम्मेदारी सौंपी तो वहीं वरिष्ठ पुलिस अफसर को कानून व्यवस्था की स्थिति को दुरुस्त करने के लिए संभागीय स्तर पर नजर रखने को कहा गया है।

नशा अगर खत्म नहीं होगा तो बच्चों की जवानी बर्बाद हो जाएगी, फ़ौज में नशाखोरी फ़ैल गयी तो कैसे होगी देश की सुरक्षा?

उज्जैन। त्रिकालदर्शी महात्मा, इस वक्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दु:खहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज जी ने उज्जैन आश्रम पर आयोजित नव वर्ष कार्यक्रम में बताया कि मैं भविष्यवाणी नहीं कर रहा, मैं आगाह कर रहा हूं। इस 2024 वर्ष में गाड़ी, ट्रेन, मोटर कार, हवाई जहाज किसी की हो, दुर्घटनाएं यहां (भारत) भी और बाहर (विदेश) भी बहुत होंगी। खूब बीमारियां भी आएँगी। पिछले साल की अपेक्षा इस साल ज्यादा हार्ट अटैक होगा। चलते-चलते ऐसी धौकनी बंद हो जाएगी, गिरेंगे, प्राण निकल जाएंगे। तमाम और बीमारियां भी बढेंगी, जिसको आप हैजा कॉलेरा आदि कहते हो। यह सब ज्यादा होगी, इसमें भी लोग जाएंगे।
प्राकृतिक आपदाएं ज्यादा आएँगी
पिछले साल की तुलना में बाढ़ भूकंप भी ज्यादा आएंगे। देश-विदेश में यह असर रहेगा। कुछ देशों का तो यह होगा कि जल जाएंगे, खत्म हो जाएंगे, निशां भी नहीं रह जाएगा। जलजला जैसे बाढ़ आई या भूस्खलन हो गया जिसमें गांव के गांव धंस गए तो क्या कोई निशान या बोर्ड रह जाएगा कि यहां कोई गांव था? तो यह सब घटनाएं आगे घटेंगी। बचेगा कौन? बचेगा साध जन कोई, जो सत से लौ लगाएगा। जो प्रभु को याद करेगा, सत्य से जुड़ने की कोशिश करेगा, उसकी रक्षा होगी।
जिम्मेदारों को गलत खानपान पर ध्यान देने की जरूरत है
गलत खानपान की वजह से लोगों की बुद्धि और चरित्र खराब हो रहे हैं। सभी जिम्मेदारों को, चाहे मठ के मठाधीश, पुजारी, मुल्ला, काजी, हाफिज, महंत लोग हो या चाहे देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति मुख्यमंत्री हो या चाहे देश के प्रमुख स्थानों पर बैठे अधिकारी कर्मचारी हो, सबको इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
नशा अगर खत्म नहीं होगा तो बच्चों की जवानी बर्बाद हो जाएगी, फ़ौज में नशाखोरी फैल गयी तो कैसे होगी देश की सुरक्षा
देश का भविष्य कौन है? नौजवान है। नशे में धुत्त है। उसका चरित्र गिरता, शरीर कमजोर, मनोबल डाउन और बुद्धि भ्रष्ट होती चली जा रही है। कहां से लाओगे देश, मंदिर, व्यवस्था को चलाने के लिए आदमी? आप तो बुड्ढे हो रहे हो, कब्र पर पैर रखे हुए हो तो इसके बारे में चिंतन, विचार करो। और जिनके हाथ में नशाखोरी रोकने की, नशा सप्लाई, चुपके-चुपके कायम नशे की फैक्ट्रियां को खत्म करने की शक्ति पावर है, आप उस पावर का इस्तेमाल करो, नशा खत्म करो। नशा अगर खत्म नहीं होगा तो बच्चों की जवानी बर्बाद हो जाएगी। आप कोई भी जो यह गर्व घमंड करते हो की भारत देश हमारा बहुत बलवान है, ताकतवर है, हमारी फ़ौज बहुत-बहुत स्ट्रांग ताकतवर है, अगर वहां नशाखोरी फैल गई, वहां अगर सिपाही का दिल-दिमाग काम नहीं कर रहा है, नशे में है तो बंदूक लिए खड़ा रहेगा और ट्रिगर पर उसका हाथ भी नहीं पड़ेगा फिर कैसे देश की रक्षा हो पाएगी? इसलिए नशाखोरी खत्म करो। शाकाहारी जिम्मेदारों चाहे पद प्रतिष्ठा के पोस्ट पर हो, अधिकारी-कर्मचारी हो, मंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति हो, उनको यह पहल करने की जरूरत है। हमारे देश के मौजूदा शाकाहारी नशा मुक्त प्रधानमंत्री और कई शाकाहारी मुख्यमंत्री भी हैं, वो जब बोलेंगे तो दम रहेगा, उसका असर पड़ेगा।

आगे जबरदस्त आगजनी दिख रही, देशों में युद्ध के आसार बन रहे, आर्थिक संकट आएगा, माया के चक्कर में बहुतों की जायेगी जान

उज्जैन। निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, आने वाले खराब समय से बचने का उपाय बताने वाले, इस वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दु:खहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज जी ने उज्जैन आश्रम पर आयोजित नव वर्ष कार्यक्रम में 1 जनवरी 2024 प्रात: दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी की बहुत सी भविष्यवाणियां सत्य हुई और कुछ भविष्यवाणियों में परिवर्तन हुआ। क्योंकि गुरु महाराज ने जीवों के उपर दया कर दी और कुछ विनाशकारी भविष्यवाणियां कट गई। वो जो भी आगे के लिए बोलकर के गए हैं, वह सब सत्य है, हां, वो परिवर्तित हो सकती हैं। कैसे परिवर्तित होती हैं? जैसे कोई कलयुगी है और सतयुगी गुण उसके अंदर आ गए तो फिर वह बच जाएगा।
बिना बताये कीटाणु बम से हमले की संभावना
मैं भविष्यवाणी नहीं कर रहा मैं आगाह कर रहा हूं। हमारा काम है जीवों को समझाया, बताया, चेताया जाए, अकाल मृत्यु से बचाया जाए, जीवात्मा को प्रभु तक पहुंचाया जाए। हमारे कोई लड़का बच्चा नहीं है, हमें किसी भी चीज से मोह नहीं रह गया है। इस वर्ष के लिए बता दूँ। आगे माया का असर, माया का दबाव और बढ़ेगा। यही दोनों माया (जड़ माया- रुपया पैसा और चेतन माया- स्त्रियों को कहा गया) विनाश करवाएगी। पैसे की कमी की वजह से छोटे देश हथियार नहीं बना रहे हैं और पैसे वाले बड़े देश विनाशकारी हथियार बना रहे हैं। यहां बटन दबाए, छोड़े तो 10-20 हजार किलोमीटर दूर वाले देश भी खत्म हो जाएं। वह यह नहीं सोच रहे हैं कि यही हथियार कोई और बनाए हुए होगा, जो हमको, हमारे राज्य, देश को खत्म कर सकता है। वह भी तो कोई ऐसा हो सकता है। मान लो हम प्रसिद्ध हो गए (कि हम) एटम बम, परमाणु बम बनाए रखे हुए हैं और वह (दूसरा देश) न बताया हो और वह हमला कर दे, कीटाणु बम से हमला कर दे और हम, हमारा देश खत्म हो जाए। तो यह चीज है, अभी और बढ़ेगी। यह विनाशकारी हथियार बढ़ेंगे। पैसे की कमी आएगी। अंदर में खोखला है, माल अंदर में नहीं है। दिखावा खूब करते हैं, घोषणाएं सब कर रहे हैं लेकिन अंदर में खोखला है, चाहे जिस देश का हो। भारत के अंदर शक्ति है, ताकत है क्योंकि भारत के लोग मेहनत कश हैं। भारत के लोग कमा, खा सकते हैं, हर परिस्थिति में रह सकते हैं लेकिन दूसरे देश के लोगों की हालत खराब हो जाएगी, आर्थिक संकट आएगा, ज्यादा आएगा। और इस माया के चक्कर में भी बहुत लोगों की जान जाएगी।
आगे जबरदस्त आगजनी दिख रही है
प्रेमियों! हमको तो ऐसे जलते, भागते, चिल्लाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। आग ही आग दिखाई पड़ रही है। हमको तो बड़ा दर्द हो रहा है। कोहराम मचा हुआ है। जैसे आग लगती है तो पता चला कि केवल पैर ही बचा, बाकि पूरा जल गया। किसी का हाथ ही बचा। ऐसे ही यह सब आगजनी की घटनाएं बढेंगी, चाहे कोई आग लगा दे या चाहे टक्कर दुर्घटनाओं में गाड़ियों में आग लग जाए या एटम बम परमाणु बम यह जो जंग लड़ाइयां हो रही हैं उसमें आग लग जाए। तो यह सब अभी और पिछले साल से ज्यादा बढ़ेगा।
भारत का बचाव ऐसे होगा
भारत में तो कुछ गनीमत है क्योंकि भारत देश में आध्यात्मिक शक्तियां सन्त रहे हैं और वह प्रभु से बराबर प्रार्थना करते रहते हैं कि प्रभु इनकी रक्षा करो, इन पर दया करो, यह आपके जीव हैं, यह अज्ञान हैं, अबोध हैं, यदि इनकी अकाल मृत्यु हो जाएगी, यदि इनका मनुष्य शरीर चला जाएगा तो यह बेचारे कैसे इबादत करेंगे, कैसे प्रभु को याद करेंगे? इसलिए अभी इनको मौका दे दो, तो वह सुनवाई करता रहता है। जैसे बेटे की गलती पर यदि बाप जाकर के माफी मांग ले तो सजा देने को तैयार भी माफ कर देता है। भारत में तो गनीमत है लेकिन विदेश की हालत खराब होगी।

सेवा निवृत्ति होने पर अब्दुल रजाक किया सम्मान

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उज्जैन: नगर निगम में शुक्रवार को अपना गौरवशाली कार्यकाल पूर्ण कर सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों का सम्मान समारोह महापौर श्री मुकेश टटवाल की अध्यक्षता एवं निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ।
 समारोह में महापौर श्री मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव, नेता प्रतिपक्ष श्री रवि राय, कर्मचारी संघ के संरक्षक श्री रामचन्द्र कोरट एवं अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर, एमआईसी सदस्य श्री शिवेंद्र तिवारी, डॉ. योगेश्वरी राठौर, श्री जितेंद्र कुवाल, श्री अनिल गुप्ता, पार्षद श्री गब्बर भाटी द्वारा सेवा निवृत्त कर्मचारी श्रीमती सुशीलाबाई पति रमेश, सफाई संरक्षक, श्रीमती विद्या बाई पति अशोक सफाई संरक्षक, श्रीमती अल्ताफ बी इब्राहिम विनियमित सफाई संरक्षक, श्री आजम पिता हस्सा, विनियमित सफाई संरक्षक, श्रीमती बसंतीबाई पति मोहनलाल, विनियमित सफाई संरक्षक, श्रीमती शमशाद बाई अय्यूब, विनियमित सफाई संरक्षक, श्रीमती कृष्णाबाई किरण कुमार, विनियमित सफाई संरक्षक, श्रीमती ज्योति बाई अर्जून, विनियमित सफाई संरक्षक, श्री नसीब पिता हबीब, विनियमित सफाई संरक्षक, श्रीमती मधुबाई श्यामलाल लोट, विनियमित सफाई संरक्षक, श्री मांगीलाल पिता पुनमचंद, भृत्य, श्री अनिल जैन, हैल्पर, श्री प्रकाश पिता जगन्नाथ टेली अटे, श्री सलाउदीन पिता वद्रउदीन, टेली अटे, श्रीमती इंदूबाई पति जीवनलाल, स्वीपर, श्री अब्दुल रजाक, हैल्पर पीएचई विभाग को हार-फुल, शाल श्रीफल, प्रशस्ती पत्र, गीता जी भेंट कर सम्मानित किया गया।
     इस दौरान निगम अधिकारी, कर्मचारी सहित कर्मचारी संघ के पदाधिकारी सम्मिलित हुए। संचालन जनसंपर्क अधिकारी श्री अहमद रईन निज़ामी द्वारा किया गया।

12वी नेशनल मनाली विन्टर कार्निवाल 2024 के लिए दल रवाना

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उज्जैन। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उज्जैन के कलाकारों द्वारा संस्था हरि हरानन्द शौर्य कला सांस्कृतिक सामाजिक शिक्षण एवं शोध संस्थान के तहत मनाली (हिमाचल प्रदेश) में होने जा रहे 12वीं नेशनल मनाली विन्टर कार्निवाल में प्रस्तुतियां दी जाएंगी। संस्था अध्यक्ष शिरिष सत्यप्रेमी ने बताया कि 2 से 7 जनवरी 2024 तक 12वीं मनाली महोत्सव में 12 विधाओं में प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें उज्जैन शहर के 18 कलाकारों का दल 30 दिसम्बर को रवाना हुआ। इसमें निम्न विधाओं में कार्निवाल रैली, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य, नाटक, गायन, मनाली क्वीन, फैशन, पाश्चात्य नृत्य ओल्ड एण्ड न्यू, स्ट्रीट नृत्य, जिसमें संस्था के कलाकर भागीदारी करेंगे। विशेषकर सर्वप्रथम कार्निवाल रैली में भगवान महाकाल की शाही सवारी निकाली जाएगी एवं कलाकार शिरिष सत्यप्रेमी, अंकित जोशी, शुभम शर्मा, राधिका शर्मा, चेतन अहिरवार, पराग, पूजा जोशी, अंकिता, रचना, शालू कटारिया, आकंाक्षा, हिमांशी धवन, संदीप जायसवाल, ललित, शुभम, नितिन सत्यप्रेमी, श्रेय बैण्डवाल साथी दल 11 विधाओं में शामिल होंगे। जानकारी संस्था सचिव प्रवीण टटवाल ने दी।

करीना कपूर खान का नए साल का मंत्र, ‘खुद को बहस से दूर रखें’

मुंबई, । बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान अपने परिवार और दोस्तों के साथ स्विट्जरलैंड में वेकेशन एन्जॉय कर रही हैं। उन्होंने अपना 2024 का मंत्र शेयर किया।

‘जब वी मेट’ की एक्ट्रेस अपने पति और एक्टर सैफ अली खान, अपने बच्चों तैमूर, जेह और करीबी दोस्त नताशा पूनावाला के साथ छुट्टियों पर हैं।

करीना अपने फैंस के लिए स्विट्जरलैंड की तस्वीरें शेयर कर रही हैं।

शनिवार को, करीना ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर नए साल के मंत्र का खुलासा किया।

उन्होंने पोस्ट में लिखा, ”मैं अपने जीवन के उस पड़ाव पर हूं, जहां मैं खुद को बहस से दूर रखती हूं। भले ही आप मुझे 1+1=5 बताएं, आप बिल्कुल सही हैं, एन्जॉय करें।”

2024 में एमपी के नए मुख्यमंत्री की परीक्षा, जीतू पटवारी के सामने कांग्रेस के वोट शेयर को बचाने की चुनौती

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भोपाल, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में हाई-वोल्टेज विधानसभा चुनावों के समापन के बाद पहले ही राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव हो चुका है, इसको देखते हुए वर्ष 2024 भाजपा और कांग्रेस के खेमे में नए नेतृत्व के प्रदर्शन के आकलन के संदर्भ में महत्वपूर्ण होगा।

दरअसल, सत्तारूढ़ भाजपा ने 16 साल से अधिक समय तक राज्य की सत्ता पर काबिज रहने के बाद अपने सबसे लोकप्रिय नेता शिवराज सिंह चौहान की जगह नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को नियुक्त किया है, जो राज्य की राजनीति में अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय हैं।

विपक्षी कांग्रेस ने भी राज्य में अपने पुराने नेतृत्व को बदल दिया है और पिछले प्रमुख कमल नाथ को हटाकर जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में लाया है।

भले ही 59 वर्षीय मोहन यादव के पास अगले पांच वर्षों तक अपना नेतृत्व साबित करने के लिए पर्याप्त समय होगा और उन्हें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन मिलता रहेगा, फिर भी, राज्य के शासन के लिए वह जो भी निर्णय लेंगे, उनकी तुलना उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान से की जाएगी।

इस बीच, कांग्रेस खेमे में दो बार के विधायक और पूर्व मंत्री 58 वर्षीय पटवारी के लिए भी यही स्थिति होगी। अनुभवी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में बदलने के बाद, पटवारी को कांग्रेस नेतृत्व के फैसले को सही ठहराने के लिए राज्य में आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करना होगा।

विपक्षी दल के प्रमुख होने के नाते, उनकी चुनौती विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की भारी हार के बाद संगठन का पुनर्निर्माण करना, पार्टी कैडर को एकजुट रखना और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए प्रेरित करना है।

इसके अलावा, पटवारी की मुख्य परीक्षा मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वोट शेयर को बरकरार रखना होगा और 2024 का लोकसभा चुनाव उनके नेतृत्व की असली परीक्षा होगी।

हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 163 सीटें जीती और 48.55 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। कांग्रेस का वोट शेयर 2018 में 40.89 के मुकाबले लगभग 40.40 प्रतिशत पर रहा, भले ही उसकी सीटें 114 से गिरकर 66 सीटों पर आ गईं।

मध्य प्रदेश में पिछले चार चुनावों (2003, 2008, 2013 और 2018) में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा है, जो 2003 में 32 प्रतिशत, 2008 में 32 प्रतिशत, 2013 में 36 प्रतिशत और 2018 में 40.89 प्रतिशत था। राज्य में बीजेपी का वोट शेयर 44.88 फीसदी (2003), 38 फीसदी (2008), 45 फीसदी (2013) और 41 फीसदी (2018) रहा है।