मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री में हुए बदलाव के बाद सरकार और संगठन की रणनीति में भी बदलाव नजर आने लगा है। अब दोनों का लक्ष्य क्षेत्रीय मजबूती है और उसके लिए अभियान भी छेड़ दिया गया है।
राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिला और पार्टी के साथ नवनिर्वाचित विधायकों ने बतौर नेता मोहन यादव को चुना। यादव मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और मंत्रिमंडल के गठन के बाद से लगातार सक्रिय हैं और उनका प्रशासनिक कसावट लाने के साथ सियासी गणित को साधने की कोशिश जारी है।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री का जोर क्षेत्रीय जमावट पर भी है। मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जहां संभागीय स्तर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशासनिक कसावट की जिम्मेदारी सौंपी तो वहीं वरिष्ठ पुलिस अफसर को कानून व्यवस्था की स्थिति को दुरुस्त करने के लिए संभागीय स्तर पर नजर रखने को कहा गया है।