Saturday, April 27, 2024
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श्रावण के दूसरे सोमवार पर बाबा महाकाल करेंगे नगर भ्रमण* सोमवती अमावस्या का संयोग,जुटेगी भारी भीड़

उज्जैन, । विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल श्रावण मास के दूसरे सोमवार (कल) को नगर भ्रमण करेंगे। इस बार सोमवार को अमावस्या पर्व भी है। इस वजह से सोमवती अमावस्या स्नान के लिए शिप्रा तट पर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।

महाकाल मंदिर में सोमवार शाम चार बजे कोटितीर्थ के पास सबसे पहले बाबा महाकाल की पूजा की जाएगी। इसके बाद बाबा रजत पालकी में बैठेंगे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर बाबा की पालकी पहुंचेगी। यहां सशस्त्र पुलिस बल बाबा को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। इसके बाद पुलिस बैंड की धुन पर बाबा महाकाल नगर भ्रमण करेंगे।

इस वर्ष श्रावण-भादौ मास की बाबा महाकाल की 10 सवारियां निकलेंगी। कल (सोमवार) बाबा महाकाल की दूसरी सवारी रहेगी। बाबा महाकाल भक्तों को चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। पालकी के पीछे हाथी पर मन-महेश विराजीत रहेंगे। नगर भ्रमण के दौरान बाबा की पालकी रामघाट पहुंचेगी। यहां मां शिप्रा के जल से बाबा का जलाभिषक होगा। परंपरानुसार पालकी सायं सात बजे से पूर्व महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

स्कंद पुराण के अवंति खंड में सोमवती अमावस्या पर शिप्रा तीर्थ स्नान का महात्म्य है। इसीलिए लाखों श्रद्धालु तीर्थ स्नान करने उज्जैन पहुंचते हैं। शिप्रा तट के समीप ही सोमतीर्थ कुंड भी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए फव्वारा स्नान की व्यवस्था की है।

कांग्रेस और भाजपा सरकार से दलितों की सुरक्षा की उम्मीद नहीं: मायावती

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लखनऊ, । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने राजस्थान में हुई दलित बच्ची के अपहरण के बाद हत्या को लेकर वहां की सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने अपने ट्विवटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान में भी दलित उत्पीड़न, हत्या का मामला अति-दुःखद है। वहां की राज्य सरकार के लिए अति-शर्म की बात।

उन्होंने कहा कि करौली ज़िले में दलित बच्ची की घर से सोते हुए अपहरण व हत्या करके एसिड से जली उसकी लाश को कुएं में फेंकने की सुनियोजित जातिवादी घटना की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम।

बसपा प्रमुख ने कहा कि वैसे तो कांग्रेस हो या बीजेपी जैसी अन्य पार्टियों की सरकारों से गरीबों, मजलूमों, दलितों, आदिवासियों व अति पिछड़े आदि उपेक्षितों के उत्पीड़न तथा उनकी सुरक्षा व सम्मान की उम्मीद कतई नहीं की जा सकती है। फिर भी सरकार से मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।

मध्य प्रदेश चुनाव: भाजपा ने नरेंद्र सिंह तोमर को बनाया प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने लंबे विचार विमर्श के बाद पार्टी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मध्य प्रदेश में आगामी विधान सभा चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाने का फैसला किया है।

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने तोमर की संगठनात्मक नियुक्ति को लेकर बयान जारी कर कहा, “भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री को मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक नियुक्त किया है।” उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।

भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने अपनी मुद्राओं में व्यापार के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

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अबू धाबी,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से बातचीत की, जिन्होंने फ्रांस से उनके आगमन पर हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।
पीएमओ ने एक ट्वीट में कहा : “प्रधानमंत्री मोदी ने शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ एक शानदार बैठक की। चर्चा व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति के साथ-साथ लोगों सहित कई क्षेत्रों में भारत-यूएई संबंधों को बढ़ाने पर केंद्रित थी।”

बैठक के दौरान मोदी और यूएई के राष्ट्रपति ने घोषणा की कि उनके देश अपनी मुद्राओं में व्यापार समझौता शुरू करने पर सहमत हुए हैं।
पीएम मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एमओयू पर टिप्पणी के जवाब में एक ट्वीट में कहा, “यह भारत-यूएई सहयोग का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। यह दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करता है और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बातचीत को सरल बनाएगा।”

आरबीआई और यूएई के सेंट्रल बैंक ने शनिवार को सीमा पार लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देने और उनके भुगतान और मैसेजिंग सिस्टम को इंटरलिंक करने के लिए सहयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने के लिए दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
एमओयू पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और यूएई के सेंट्रल बैंक के गवर्नर खालिद मोहम्मद बलामा ने हस्ताक्षर किए।
पीएम मोदी और शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की मौजूदगी में दोनों राज्यपालों के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया।
दो एमओयू का विवरण साझा करते हुए आरबीआई ने एक बयान में कहा कि भारत और यूएई के बीच लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं के उपयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने पर एमओयू का उद्देश्य उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली (एलसीएसएस) स्थापित करना है। भारतीय रुपये और एईडी का द्विपक्षीय रूप से।
इसमें कहा गया है कि एमओयू सभी चालू खाता लेनदेन और अनुमत पूंजी खाता लेनदेन को कवर करता है। इसमें आगे कहा गया है कि एलसीएसएस के निर्माण से निर्यातकों और आयातकों को अपनी संबंधित घरेलू मुद्राओं में चालान और भुगतान करने में सक्षम बनाया जाएगा, जो बदले में एक आईएनआर-एईडी विदेशी मुद्रा बाजार के विकास को सक्षम करेगा।
इसमें कहा गया है, “यह व्यवस्था दोनों देशों के बीच निवेश और प्रेषण को भी बढ़ावा देगी। स्थानीय मुद्राओं के उपयोग से लेनदेन की लागत और लेनदेन के निपटान का समय अनुकूलित होगा, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले भारतीयों के प्रेषण भी शामिल हैं।”
इसमें यह भी कहा गया है कि ‘पेमेंट्स एंड मैसेजिंग सिस्टम्स’ पर एमओयू के तहत, दोनों केंद्रीय बैंक अपने फास्ट पेमेंट सिस्टम (एफपीएस) – भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को यूएई के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (आईपीपी) के साथ जोड़ने पर सहयोग करने पर सहमत हुए हैं। मकसद है संबंधित कार्ड स्विच (रुपे स्विच और यूएई स्विच) को जोड़ना और भुगतान मैसेजिंग सिस्टम यानी, भारत के स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम (एसएफएमएस) को यूएई में मैसेजिंग सिस्टम के साथ जोड़ना।
“यूपीआई-आईपीपी लिंकेज किसी भी देश में उपयोगकर्ताओं को तेज, सुविधाजनक, सुरक्षित और लागत प्रभावी सीमा पार फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाएगा। कार्ड स्विच को जोड़ने से घरेलू कार्डों की पारस्परिक स्वीकृति और कार्ड लेनदेन की प्रक्रिया में आसानी होगी। मैसेजिंग सिस्टम को जोड़ने का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वित्तीय मैसेजिंग को सुविधाजनक बनाना है।”
इसमें आगे कहा गया कि दो एमओयू का उद्देश्य निर्बाध सीमा पार लेनदेन और भुगतान की सुविधा प्रदान करना और दोनों देशों के बीच अधिक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में यह भी कहा कि सीओपी28 यूएई (यूएई में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के 28वें सत्र) के मनोनीत राष्ट्रपति सुल्तान अल जाबेर के साथ उनकी बहुत ही सार्थक बैठक हुई।
मोदी ने बैठक की एक तस्वीर संलग्न करते हुए कहा, “हमारी चर्चा सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर केंद्रित थी। इस दिशा में भारत के योगदान, विशेष रूप से मिशन लाइफ पर हमारे जोर पर प्रकाश डाला गया।”
अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली परिसर की स्थापना के लिए किए गए एमओयू पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने कहा : “यह हमारे शैक्षिक अंतर्राष्ट्रीयकरण में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है और भारत की नवाचार क्षमता का प्रमाण है। शिक्षा वह बंधन है जो हमें एकजुट करती है, यह वह चिंगारी है जो नवाचार को प्रज्वलित करती है। हम साथ मिलकर आपसी समृद्धि और वैश्विक बेहतरी के लिए इस शक्ति का लाभ उठाएंगे।”
संयुक्त अरब अमीरात की अपनी एक दिवसीय यात्रा से भारत के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने कहा : “एक उपयोगी संयुक्त अरब अमीरात यात्रा का समापन। दोनों देश हमारे ग्रह को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर एक साथ काम कर रहे हैं। मैं गर्मजोशी और मेहमाननवाज़ी के लिए महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को धन्यवाद देता हूं।”
भारतीय प्रधानमंत्री शनिवार को अबू धाबी पहुंचे। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने हवाईअड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।यह पीएम मोदी की यूएई की पांचवीं यात्रा थी।

बिहार के सीतामढ़ी में मां सीता की भव्य प्रतिमा की स्थापना का संकल्प

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पटना, माता सीताजी के प्राकट्य-क्षेत्र सीतामढ़ी में मां सीता की भव्य प्रतिमा एवं मंदिर की स्थापना के लिए रामायण रिसर्च काउंसिल के तत्वावधान में एक बैठक शनिवार को यहां आयोजित की गई। विद्यापति भवन में आयोजित इस बैठक में मां के भव्य मंदिर के साथ संबंधित क्षेत्र को तीर्थ एवं पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष तथा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने कहा कि मां सीताजी के उद्भव और आदर्शों के बारे में तथा यह मंदिर क्यों आवश्यक है, इस विषय को पूरे देश को बताना चाहते हैं। चौपाल ने कहा कि इसके लिए काउंसिल के तत्वावधान में ‘श्री भगवती सीता मंदिर निर्माण जग जागरण अभियान समिति’ गठित की गई है, जिसके माध्यम से हर प्रदेश में बैठक आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज इसकी शुरूआत बिहार की धरती से हो गई है। इस अभियान को गति देने के लिए चौपाल ने सेवानिवृत्त जज समरेंद्र प्रताप सिंह को काउंसिल में बिहार प्रदेश का दायित्व दिया। चौपाल ने कहा कि वह शीघ्र ही पूरे बिहार तथा झारखंड में कमेटी की घोषणा कर पूरे देश में काउंसिल की कमेटी का विस्तार करेंगे। विहिप के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंह और संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह ने लोगों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की और स्वयं भी हरसंभव सहयोग का आह्वान किया।

भारत ‘अनेकता में एकता’ के सिद्धांत पर चलने वाला देश, इसकी सहिष्णुता प्रशंसनीय : शेख अब्दुल करीम

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नई दिल्ली, । सऊदी अरब के मशहूर धार्मिक विद्वान और मुस्लिम वर्ल्ड लीग (राब्ता आलम-ए-इस्लामी) के महासचिव शेख मोहम्मद अब्दुल करीम अल-ईसा ने मंगलवार को कहा कि भारत हमेशा से ‘अनेकता में एकता’ के सिद्धांत पर चलने वाला देश रहा है। उन्होंने भारत की सहिष्णुता की तारीफ करते हुए कहा कि यहां पर सभी धर्मों के लोग मिलजुल कर रहते हैं और अपने-अपने धर्म की इबादत और पूजा पद्धति पर शांतिपूर्वक अमल करते हैं। शेख मोहम्मद ने दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में आयोजित स्वागत समारोह में ये बात कही।

मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख मोहम्मद इन दिनों अपने छह दिवसीय भारत दौरे पर हैं। इस दौरान मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि भारत एक हिंदू बहुसंख्यक देश है लेकिन यह एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है जैसा कि इसके संविधान में वर्णित है। यहां विविधता है लेकिन लोग एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं। भारतीय मुसलमानों को अपनी राष्ट्रीयता और संविधान पर गर्व है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति और सौहार्द का संदेश देने वाला धर्म है। इस्लाम के मानने वाले हमेशा अमन-शांति की बात करते हैं और अमन के लिए ही प्रयासरत रहते हैं। दुनिया भर में जहां कहीं भी इस्लाम के मानने वाले हैं, वहां पर शांतिप्रिय तरीके से रह रहे हैं और दुनिया को हमेशा से शांति का संदेश देते रहे हैं।

शेख ने कहा कि भारत में भी मुसलमान अन्य धर्मों के लोगों के साथ हमेशा से शांति और सद्भाव के साथ रहते आ रहे हैं। यही इस्लाम का सबसे बड़ा संदेश है जिसे मुसलमान हमेशा से स्थापित करने का प्रयास करते रहे हैं। दुनिया में कोई भी व्यक्ति अकेला नहीं रह सकता है। उसे अपना जीवन व्यतीत करने के लिए अपने आस पड़ोस और अन्य धर्मों के लोगों के साथ मिलकर के ही चलना पड़ेगा। तभी वह इस धरती पर आसानी से अपना जीवन व्यतीत कर सकता है।

इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि भारत विविधता में एकता का संदेश देने वाला देश है। हमने हमेशा सभी धर्मों को यहां पर सम्मान दिया है और भारत ने हमेशा से शरणार्थियों को भी शरण दी है। उन्हें मान सम्मान दिया है। भारत में हमेशा से सभी धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ मिलकर सौहार्दपूर्वक रहते आ रहे हैं, लेकिन भारत सहित सऊदी अरब ने भी आतंकवाद का दंश झेला है। हमारे देश में भी कई आतंकी हमले हुए हैं जिनमें दर्जनों मासूमों ने जान गंवाई है। सऊदी अरब भी इस तरह की आतंकी घटनाओं से अछूता नहीं है।

नौशेरा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी मार गिराया

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राजौरी, 11 जुलाई (हि.स.)। भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए एक आतंकी को मार गिराया है।

एक बयान में जम्मू स्थित सेना के प्रवक्ता ने बताया कि उनके सतर्क सैनिकों ने एक बड़े आपरेशन में नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। उन्होंने कहा कि 10 जुलाई की आधी रात को नौशेरा में नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा के पार से अपनी सीमा की ओर संदिग्ध रूप से बढ़ रहे आतंकियों के एक समूह की संदिग्ध गतिविधि देखा।

प्रवक्ता ने कहा कि निरंतर निगरानी के दौरान जब आतंकी नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से में लगभग तीन सौ मीटर अंदर थे, तभी जवानों ने उन्हें चुनौती दी। इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि जवानों की फायरिंग में एक आतंकी मारा गया। इस फायरिंग में दो अन्य आतंकी घायल हुए है, जो जंगल में छिप गए।

उन्होंने बताया कि इसके बाद अतिरिक्त सैनिकों को मौके पर बुलाया गया और पूरे जंगल क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया गया। इस अभियान के दौरान मारा गए एक आतंकी का शव बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि आतंकी के कब्जे और वहां से एक एके 47 राइफल, 175 राउंड के साथ तीन एके मैगजीन, एक 9 मिमी पिस्तौल, 15 राउंड के साथ दो मैगजीन, चार हैंड ग्रेनेड, संचार उपकरण, बड़ी मात्रा में खाने की चीजें और जीवनयापन के लिए कपड़े बरामद हुए हैं।

विशाल ध्वज के साथ निकली बाबा श्री महाकाल की पालकी

उज्जैन । विशाल ध्वज के साथ भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई। श्रावण माह के पहले दिन सोमवार को उज्जैयिनी के भ्रमण पर निकलकर भगवान श्री महाकालेश्वर ने अपनी प्रजा को दर्शन दिये और उनका हाल जाना।

सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, उज्जैन महापौर श्री मुकेश टटवाल, विधायक (उत्तर) श्री पारसचंद्र जैन, अध्यक्ष एवं कलेक्टर, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत श्री विनीत गिरी जी महाराज, नगर पालिक निगम आयुक्त श्री रोशन सिंह आदि ने भगवान श्री महाकालेश्वशर का पूजन -अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए।

भगवान श्री महाकाल का मंदिर के सभामंडप में विधिवत पूजन-अर्चन करने के बाद अपने निर्धारित समय पर पालकी में विराजित भगवान श्री मनमहेश नगर भ्रमण पर निकले। भगवान श्री महाकाल की पालकी के नगर भ्रमण के रवाना होने के पूर्व सर्व प्रथम भगवान श्री महाकालेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चारत भगवान की आरती की गई। इस अवसर पर श्री ओम जैन अध्यक्ष मध्यप्रदेश फार्मेसी कोंसिल, प्रशासक श्री संदीप कुमार सोनी, सी.ई.ओ.स्मार्ट सिटी श्री आशीष पाठक, समिति सदस्य श्री पुजारी प्रदीप गुरु, श्री राजेंद्र शर्मा गुरूजी , श्री राम पुजारी एवं अन्य अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

सभी गणमान्यो ने पालकी को कांधा देकर नगर भ्रमण की ओर रवाना किया। भगवान श्री मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं.घनश्याम शर्मा ने संपन्न करायी। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, मध्य प्रदेश सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान श्री महाकाल को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) देने के बाद पालकी नगर भ्रमण की ओर रवाना हुई। पालकी में विराजित भगवान श्री मनमहेश के दर्शन लाभ सवारी मार्ग के दोनों ओर खडे हजारों श्रद्धालुओं ने लिया। सवारी मार्ग में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल को पुष्प अर्पित कर दर्शन लाभ लिये।

सावन में 17 जुलाई को बन रहा सोमवती अमावस्या एवं सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग

उज्जैन, । सोमवती अमावस्या एक बहुत दुर्लभ योग है। यह पूरे वर्ष में दो या तीन ही होती है। इससे अधिक दुर्लभ यह है कि ऐसी अमावस्या सावन के पावन महीने में कभी-कभी पड़ती है। साल 2023 में कुल तीन सोमवती अमावस्या के योग बने हैं। साल की पहली सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को फाल्गुन मास में पड़ी थी, जबकि इस साल की दूसरी सोमवती अमावस्या सावन मास में आगामी 17 जुलाई को है, जो बहुत ही विशेष और फलदायिनी है। इन दिन सर्वार्थ सिद्धि का भी दुर्लभ संयोग बन रहा है

उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी ने रविवार को बताया कि भारतीय पंचांग के अनुसार जिस अमावस्या की तिथि सोमवार को पड़ती है, वह सोमवती अमावस्या कहीं जाती है। इस साल की तीसरी सोमवती अमावस्या नवंबर महीने में 13 तारीख को है। पंचांग के अनुसार यह कार्तिक मास में पड़ रहा है। साल 2023 की सभी तीनों सोमवती अमावस्याएं कृष्ण पक्ष में ही पड़ी हैं यानी ये सभी कृष्ण सोमवती अमावस्याएं हैं।डॉ. तिवारी ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रावण का महीना बहुत अधिक शुभ होता है। यह भगवान शिव की आराधना का पावन मास है। इस महीने में भी सोमवार बहुत विशेष होता है। मान्यतानुसार, यह दिन महादेव शिव और देवी पार्वती की पूजा के लिए बहुत विशेष महत्व रखता है। एक तो सावन का महीना, सोमवार और इस दिन अमावस्या का होना, ये तीनों संयोग बनने से इस महीने की सोमवती अमावस्या विशेष महत्वपूर्ण हो जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा-पाठ और उचित उपाय करने से कष्टों का निवारण होता है और बिगड़े काम भी बन जाते हैं।

श्रावण सोमवती अमावस्या पर करें यह उपाय

डॉ. तिवारी के अनुसार सोमवती अमावस्या पर शिवलिंग पर दूध, जल, पुष्प, अक्षत, चन्दन इत्यादि अर्पित करने से पूजा विशेष फलदायी है।

पवित्र नदी और जलाशयों में स्नान

सावन सोमवती अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान करने से केवल इस जन्म के ही नहीं बल्कि पिछले जन्मों के पापों का नाश होता है।

शिवजी का व्रत और पूजा

इस दिन शिवजी का व्रत रखने और विधि-विधान से उनकी पूजा करने से मनोवांछित फल और अभीष्ट की प्राप्ति होती है।

शिवलिंग का अभिषेक शिवालयों और मंदिरों में स्थापित शिवलिंग का शुद्ध और पवित्र जल से अभिषेक करें। गाय का दूध शिवलिंग पर अर्पित करें। शहद का लेप करें।

शिवजी और माता पार्वती को भोग लगाएं

सावन माह की सोमवती अमावस्या को महादेव शिव और मां पार्वती की पूजा-आराधना और आरती के बाद फल और मिष्टान्न का भोग लगाने से लाभ होता है।

मंत्र का जाप

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनके षडाक्षरी मंत्र ऊँ नमः शिवाय का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

लक्ष्मी पूजन

अमावस्या तिथि के दिन धन-धान्य और समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसमें भी कार्तिक अमावस्या लक्ष्मी पूजा और अक्षय तृतीय की सबसे खास तिथियां है। इसके बाद सावन माह की सोमवती अमावस्या को लक्ष्मी पूजा विशेष फलदायिनी माना गया है।

पितरों की पूजा

सोमवती अमावस्या के दिन पितरों और पूर्वजों का तर्पण और उनकी पूजा करने से पितृदेव प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

सोमवती अमावस्या पर करें ये काम

पीपल की परिक्रमा को अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत की भी कहते हैं। सोमवती अमावस्या के मौके पर हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा का प्रावधान है। पुराणों में उल्लेख है कि पीपल के पेड़ में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। सनातन परंपरा के अनुसार, जो व्यक्ति सोमवती अमावस्या के दिन से पीपल की परिक्रमा शुरु कर के हर अमावस्या के दिन यह अनुष्ठान एक साल, तीन साल या पांच साल तक करते हैं, उनके जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य की वृद्धि होती है।

शहर में टीनएजर्स प्रेरित हों, इस उद्देश्य से युवाह (YouVah) आयोजित करने जा रहा एक विशेष स्क्रीनप्ले

इंदौर, 4 जुलाई, 2023: पूरी तरह टीनएजर्स के लिए संचालित भारत का पहला इंटर्नशिप प्लेटफॉर्म, युवाह (YouVah) शहर में एक विशेष स्क्रीनप्ले का आयोजन करने जा रहा है, जिसका उद्देश्य शहर के टीनएजर्स को प्रेरित करना है। रेडी स्टेडी नाम के इस स्क्रीनप्ले को इंदौर स्थित रविंद्र नाट्य गृह में 9 जुलाई, 2023 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें 100 से अधिक स्कूल्स को आमंत्रित किया गया है। युवाह के माध्यम से यह सम्पूर्ण स्क्रीनप्ले 30,000 से अधिक टीनएजर्स के समुदाय तक पहुँच सुनिश्चित करता है। साथ ही यह हर एक टीनएजर के विकास की यात्रा का हिस्सा बनने में विशेष योगदान देगा।

रोहित जैन, फाउंडर, युवाह (YouVah), कहते हैं, “युवाह (YouVah) के रूप में, हम इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखते हैं कि देश के भविष्य यानि टीनएजर्स को हम क्या पेश कर रहे हैं। हम इस प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए खुद को बेहद भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं, और साथ ही इस स्क्रीनप्ले के माध्यम से टीनएजर्स के भविष्य को सँवारने और जीवन के हर एक पहलू से उन्हें रूबरू कराने के लिए समर्पित हैं। निश्चित ही यह टीनएजर्स को जीवन में आने-वाले उतार-चढ़ाव से बेहतरी से अवगत कराने का काम करेगा।”

रोहित जैन आगे कहते हैं, “युवाह द्वारा आयोजित किया जाने वाला यह विशेष स्क्रीनप्ले ‘रेडी स्टेडी’ दस टीनएजर्स पर आधारित एक हाई स्कूल ड्रामा है। ये टीनएजर्स कम आय वाले परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन दिल्ली के एक पॉश इलाके में एक कुलीन हाई स्कूल में प्रवेश पाने में कामयाब रहते हैं। यह फिल्म उनके जीवन के थपेड़ों, उनके संघर्षों, दोस्ती, उनके द्वारा सामना किए जाने वाले भेदभाव और उन्हें मिलने वाले समर्थन की कहानी बयां करती है, जो दर्शकों के सामने एक विशेष झलक की पेशकश करती है कि आज भारत में तरक्की करने के क्या मायने हैं।”

गौरतलब है कि युवाह द्वारा आयोजित किया जाने वाला यह स्क्रीनप्ले, मध्य भारत में इस वर्ष का अब तक का सबसे बड़ा स्क्रीनप्ले होगा, जो कि टीच फॉर इंडिया के दो पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित लाइटहाउस स्टूडियोज़ का एक प्रोडक्शन है, जो इस विश्वास पर बनाया गया है कि एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए, हमें अपने युवाओं के सामने लगातार बेहतर कहानियों को पेश करने की जरूरत है। फिल्म की कहानी को युवाह द्वारा स्पॉन्सर किया गया है। भारत के इस पहले इंटर्नशिप प्लेटफॉर्म ने टीनएजर्स को हमेशा ही आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह फिल्म छात्रों के वास्तविक जीवन के अनुभवों पर आधारित पाँच अलग-अलग कहानियों का खूबसूरत कलेक्शन है, जिन्होंने स्क्रीन पर शानदार भूमिकाएँ निभाने के अलावा फिल्म का सह-लेखन भी किया है। 90-मिनट की यह कहानी हर एक टीनएजर को विकास के प्रति सचेत रहने की प्रेरणा से ओतप्रोत करना, और साथ ही हर एक टीनएजर के विकास की यात्रा का हिस्सा बनने में महत्वपूर्ण योगदान देना सुनिश्चित करती है।