लखनऊ, 27 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना गरीब मरीजों का सहारा बन रही है। इस योजना के तहत प्रदेश में अब तक 15.18 लाख मरीजों ने निःशुल्क इलाज प्राप्त किया है। इन मरीजों के इलाज में सरकार ने कुल 1743.3 करोड़ की धनराशि खर्च की। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में भी प्रदेश के लाभार्थियों के इलाज पर 296 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अस्पतालों के 91 प्रतिशत क्लेम का भुगतान भी हो चुका है।
स्टेट एजेंसी फार कांप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीस) की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत अब तक 2.16 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जारी किये जा चुके हैं। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 3,156 चिकित्सालयों को सूचीबद्ध किया गया है। इनमें 1,111 सरकारी चिकित्सालय और 2,045 निजी अस्पताल शामिल हैं। इस योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारक पांच लाख रुपये तक निःशुल्क इलाज करा सकते हैं।
आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारम्भ 23 सितम्बर, 2018 को किया गया था। इस योजना में सूचीबद्ध परिवार को पांच लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इलाज पर होने वाले खर्च का 60 प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार वहन करती है।