नई दिल्ली, । भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के हितों और बहुसंख्यकवाद को लेकर नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से लेकर कांग्रेस नेताओं ने ऋषि सुनक के बहाने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि क्या भारत में यह संभव है? जवाब में पलटवार करते हुए एक तरफ जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए उनसे यह पूछा कि क्या वो जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में अल्पसंख्यक को स्वीकार करेंगी? तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने सवाल उठाने वाले कांग्रेस समेत विपक्षी नेताओं को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक की याद दिलाई।