Saturday, May 4, 2024
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भारत की क्रिएटर इकॉनमी के लिए सफलता की अगली लहर लाएगा, क्रिएटिविटी और फैंस की इमोशनल भागीदारी के बीच का संबंध: यूट्यूब

भारत में अपने लोकलाइज्ड वर्जन लांच के 15 साल पूरे होने के अवसर पर, यूट्यूब ने अपना एक अनोखा इनसाइट शेयर किया है, जिसमें यह बताया गया है कि कैसे भारतीय क्रिएटर्स की सरलता ने प्रशंसकों की बढ़ती प्राथमिकताओं के साथ मिलकर, एक नए क्रिएशन, उसके बेहतर उपयोग और पॉप कल्चर में एक आवश्यक ट्रेंड्स को नया आकार दिया है। 2008 के बाद से, क्रिएशन टूल्स की बढ़ती संख्या और पर्सनलाइज्ड व्यूइंग की भारी डिमांड से प्रेरित होकर, भारत के क्रिएटिव आंत्रप्रेन्योर्स ने क्रिएटिव एक्सप्रेशन के नए आयाम तलाशने के साथ-साथ उन पर जीत भी हासिल की है।

मौजूदा वक्त में जब डिजिटल वीडियो का दायरा, टेक्नोलॉजी, क्रिएटिविटी और पॉप कल्चर के मामले में महत्वपूर्ण बदलावों के शीर्ष पर पहुंच गया है, ऐसे में यूट्यूब क्रिएटिव टूल्स, मोनेटाइज करने के तरीकों और सार्थक तरीके से नए दर्शकों को जोड़ने में मदद करते हुए, क्रिएटर्स और दर्शकों को क्रिएट करने, डिस्कवर करने और एक दूसरे से कनेक्ट करने का सुरक्षित अनुभव प्रदान करता है।

इस मौके पर यूट्यूब इंडिया के डायरेक्टर इशान जॉन चटर्जी ने कहा, “डिजिटल वीडियो में हमेशा ही साक्षरता और भौगोलिक बाधाओं को तोड़ने की असामान्य क्षमता रही है। देश में यूट्यूब का सफर, कई मायनों में भारत के अपने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के सफर को प्रतिबिंबित करता है। 15 वर्षों में, यूट्यूब ने कई अवतार लिए हैं, जिनमें दुनियाभर में चल रहे ट्रेंड्स को डिस्कवर करने का एक स्थान देने और एक जिज्ञासु, जुड़े रहने वाले और जीवंत भारत का प्रतिबिंब पेश करने वाले वीडियोज को, उनकी ही भाषा में अपनाना शामिल है।

उन्होंने आगे कहा, “यूट्यूब की धड़कन इसके क्रिएटर्स, आर्टिस्ट व पार्टनर्स हैं और रहेंगे भी, और हम इस इकोसिस्टम की सफलता का समर्थन करने के लिए, हमेशा की तरह प्रतिबद्ध हैं। हम यूट्यूब को लंबी दूरी की सफलता के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म बनाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे।”

यहां पांच ट्रेंड्स हैं जो भारत में डिजिटल वीडियो लैंडस्केप और क्रिएटर इकॉनमी को आकार देने में, भारतीय क्रिएटर्स और फैंस के प्रभाव को दर्शाते हैं।

फ्रिक्शनलेस हुआ क्रिएशन

वर्तमान में यूट्यूब, क्रिएटिव टूल्स का एक विशाल कैनवास प्रदान करता है। बड़ी संख्या में वीडियो टूल्स की उपलब्धता ने किसी भी क्रिएशन को सरल और अधिक मज़ेदार बना दिया है। अधिक क्रिएटिव टूल्स ने फॉर्मेट्स के विस्तार को बढ़ावा दिया है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक स्टोरीज, बड़ा पैमाना, अधिक प्रशंसक और अधिक प्रभाव उत्पन्न हुआ है।

यहां तक कि भारत में 69% जेनेरशन ज़ेड को यह अधिक पसंद आता है जब उनके पसंदीदा क्रिएटर्स, अलग फॉर्मेट्स में नए क्रिएशन्स (जैसे शार्ट फॉर्म, लॉन्ग फॉर्म, पॉडकास्ट, लाइव स्ट्रीमिंग) तैयार करते हैं। स्रोत: गूगल/आईपीएसओएस, यूट्यूब ट्रेंड्स सर्वे, आईएन, मई 2023, एन=603, ऑनलाइन जेन जेड एडल्ट्स, आयु 18-24।

यह क्रिएटिव विस्तार गेमिंग, टेक, कॉमेडी या कुकिंग जैसी लोकप्रिय और बेहतर ढंग से स्थापित शैलियों में, नई जान फूंकने में मदद कर रहा है, इसके अलावा यह कई विशेष टॉपिक्स और कल्चर्स (मामले: शायरी और कविता का बढ़ता समुदाय) में रुचि को पुनर्जीवित कर रहा है और साइंस, फैक्ट्स या मोटिवेशन जैसी नई विधाओं को बढ़ावा दे रहा है।

मल्टीफॉर्मेट और सीमलेस कंजप्शन

15 साल पहले, वीडियो को ज्यादातर सिंगल कंटेंट फॉर्मेट के आधार पर ही देखा जाता था। लेकिन, आज दर्शक व्यक्तिगत अनुभवों की अधिक अपेक्षा रख रहे हैं, और अपनी अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए, मोबाइल और कनेक्टेड टीवी स्क्रीन पर लॉन्ग-फॉर्म, शार्ट-फॉर्म, लाइव और प्री-रिकार्डेड कंटेंट देखना, जैसे विभिन्न फॉर्मेट्स का उपयोग कर रहे हैं।

71% लोग एक विशेष टॉपिक के बारे में कई अलग-अलग फॉर्मेट्स (जैसे शार्ट फॉर्म, लॉन्ग फॉर्म, पॉडकास्ट, लाइव स्ट्रीम) में वीडियो देखते हैं, जिस कारण कंजप्शन, असीमित और निर्बाध हो गया है। स्रोत: गूगल/आईपीएसओएस, यू ट्यूब ट्रेंड्स सर्वे, आईएन, मई 2023,एन=1828, ऑनलाइन एडल्ट्स, आयु 18-44।

पॉप कल्चर को इस बात से देखा जाता है कि फैंस उन्हें किस प्रकार से अपना बना रहा है

लगभग डेढ़ दशक पहले, ‘वायरल’ ट्रेंड्स एक मोनोलिथिक पॉप कल्चर का प्रतिनिधित्व करते थे, जहां हर कोई एक ही तरह से डिजिटल कल्चर का अनुभव कर रहा था। आज, दर्शक भी शौकिया क्रिएटर्स में बदल गए हैं, जो वीडियो फॉर्मेट्स की बढ़ोतरी, उपयोग में आसान क्रिएटिव टूल्स और स्पेशल इफ़ेक्ट फीचर्स के कारण, आसानी से वीडियो ट्रेंड्स में व्यक्तिगत अभिव्यक्ति और एक अलग दृष्टिकोण जोड़ रहे हैं।

इस पर विचार करें: सर्वे में शामिल 49% लोगों ने जवाब दिया कि उन्होंने पिछले 12 महीनों में एक मीम में भाग लिया था। (स्रोत: गूगल/इप्सोस, यूट्यूब ट्रेंड्स सर्वे, आईएन, मई 2023, एन=1828, ऑनलाइन एडल्ट, उम्र 18-44।) इसके परिणामस्वरूप, ट्रेंड्स ने काफी अंदर तक काम किया है, व्यक्ति विशेष द्वारा वायरल चीज़ों को परिभाषित किया जा रहा है, और पॉप कल्चर कुल मिलाकर व्यक्तिगत अभिव्यक्ति को ही दर्शा रहा है।

फैनडम्स बहुस्तरीय हो गए हैं
फैनडम कई स्तरों में विभाजित होता जा रहा है, जिसमें नई टेक्नोलॉजी और फॉर्मेट्स के विस्तार का काफी योगदान है। यूट्यूब ने पाया कि जहाँ एक तरफ कैज़ुअल फैंस के पास एक फीड हो सकती है, जो उन्हें निष्क्रिय रूप से अपने फैंस से संबंधित अधिक कॉन्टेंट को कंज्यूम करने में मदद करती है, वहीं दूसरी तरफ एक अधिक सक्रिय फैन मीम्स बनाने के लिए शॉर्ट्स का उपयोग कर सकता है, या फिर इसके कॉन्टेंट को रीमिक्स या रिफिंग करके अपने फैंस के साथ बातचीत कर सकता है। सुपर फैंस अन्य फैंस के लिए कॉन्टेंट बना सकते हैं, और प्रोफेशनल फैंस सामान्य दर्शकों के लिए कॉन्टेंट बनाने हेतु अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं।

48% जेन ज़ेड सर्वे में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि विगत 12 महीनों में उन्होंने विशिष्ट कॉन्टेंट, आर्टिस्ट्स या हस्तियों के फैंस द्वारा बनाए गए वीडियो देखे हैं। उच्च स्तर के इन फैंस की बढ़ती लोकप्रियता स्पष्ट है। स्रोत: गूगल / इप्सोस, यूट्यूब ट्रेंड्स सर्वे, आईएन, मई 2023, n=603, ऑनलाइन जेन ज़ेड वयस्क, आयु 18-24।

पवन अग्रवाल, डायरेक्टर, म्यूज़िक पार्टनरशिप्स, इंडिया, यूट्यूब, ने कहा, “आज के समय में विविध जरूरतों के चलते दर्शक विभिन्न फॉर्मेट्स में व्यक्तिगत अनुभव चाहते हैं। हर दिन विकसित होती ये प्राथमिकताएँ न सिर्फ मनोरंजन को पुनर्परिभाषित कर रही हैं, बल्कि इन्हें कंज्यूम करने के लिए अधिक सहभागी भी बना रही हैं। यह ट्रेंड्स को तेजी से आगे बढ़ाने में सहायता कर रहा है, जिससे फैंस को बहुस्तरीय बनने और उपसंस्कृतियों को मुख्यधारा बनने में मदद मिल रही है।”

रचनात्मक आंत्रप्रेन्योर्स की एक समानांतर, नई दुनिया को बढ़ावा मिल रहा है
आर्टिस्ट्स और क्रिएटर्स सफल ऑनलाइन और ऑफलाइन बिज़नेस बनाने के लिए यूट्यूब को एक स्प्रिंगबोर्ड के रूप में उपयोग कर सकते हैं, जिसमें वे अगली पीढ़ी की मीडिया कंपनियों को लॉन्च करने से लेकर रचनात्मक करियर स्थापित करने या प्रोडक्ट्स और व्यापारिक वस्तुओं की सीरीज़ बनाने तक का काम करने में सक्षम हैं। जैसे-जैसे अधिक परिष्कृत क्रिएशन टूल्स बड़े स्तर पर रचनात्मकता को बढ़ावा दे रहे हैं, वैसे-वैसे यूट्यूब पर क्रिएटर इकॉनमी नया आकार ले रही है।

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के नवीनतम सर्वे से पता चला है कि भारत में, वर्ष 2022 में यूट्यूब से पैसा कमाने वाले 80% क्रिएटर्स इस बात से सहमत हैं कि यूट्यूब न सिर्फ कॉन्टेंट बनाने, बल्कि पैसा कमाने का भी अवसर प्रदान करता है, जो कि ट्रेडिशनल मीडिया से उन्हें नहीं मिलता है।

क्रिएशन की बड़े स्तर पर लोगों के बीच पहुँच और मॉनेटाइज़ेशन के अधिक विकल्पों के माध्यम से पूरे देश में अगली पीढ़ी के क्रिएटर्स के लिए समृद्ध क्रिएटर इकॉनमी में हिस्सा लेने के अवसरों में इजाफा हुआ है।

ब्रिटानिया का 1947प्रतिशत मोर हिस्ट्री कैम्पेन भारत के अंतिम जीवित स्वतंत्रता सेनानियों का गौरवगान करता है

यह अभियान जनरेटिव एआई और एआर का रचनात्मक उपयोग कर भारतीय इतिहास के उस यादगार युग की यादों को ताजा कर रहा है
9 अगस्त, 2023: भारत में ब्रिटानिया की विरासत 106 साल से ज्यादा पुरानी है, और इसकी जड़ें एव इतिहास भारत की मिट्टी में मजबूती से जमे हुए हैं। देश की स्वतंत्रता की 77वीं वर्षगाँठ के अवसर पर ब्रिटानिया का ‘1947प्रतिशत मोर हिस्ट्री’ कैम्पेन सभी स्वतंत्रता सेनानियों का गौरवगान करता है, जिनमें से अंतिम कुछ स्वतंत्रता सेनानी आज भी हमारे बीच जीवित हैं।

आज के समय में जब सभी महत्वपूर्ण दिवसों पर 45 प्रतिशत, 65 प्रतिशत की आकर्षक छूट और सेल का प्रचलन बढ़ गया है, ऐसे में ब्रिटानिया टेक्नॉलॉजी की मदद से अपने हर पैक में 1947 प्रतिशत ज्यादा इतिहास पेश कर रहा है और अपने पैक द्वारा इसे जीवंत बना रहा है। ये कहानियाँ इसके ब्रिटानिया ब्रेड्स, गुड डे, मारी गोल्ड,मिल्क बिकीज़, और विनकिन काउ बेवरेजेस जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स के पैक पर ऑग्मेंटेड रियलिटी द्वारा प्रस्तुत की जा रही हैं।

कैम्पेन का प्रस्ताव सरल है। भारत के कुछ अंतिम जीवित स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियाँ सीधे उनसे सुनें, जो आपके लिए ब्रिटानिया के पैक द्वारा लाई गई हैं। इसके लिए www.Britannia1947more.com पर क्लिक करें, और ऑग्मेंटेड रियलिटी द्वारा इस अद्भुत अनुभव का आनंद लें।

यह अभियान भारत के सामूहिक इतिहास, समाज, और हमारी समृद्ध विरासत के लिए ब्रिटानिया की प्रतिबद्धता के साथ पेश किया गया है। अपने कंटेंट पार्टनर के साथ गहन शोध करके ब्रिटानिया पूरे देश से वयोवृद्ध हो चुके 5 स्वतंत्रता सेनानियों – श्रीमती लीला ताई, लेफ्टिनेंट आशा सहाय, लेफ्टिनेंट आर माधवन, लक्ष्मी कृष्णन अग्रवाल और श्री गौर हरी दास की कहानियाँ लेकर आया है।

इस कैम्पेन फिल्म में जनरेटिव एआई टेक्नॉलॉजी की मदद से स्वतंत्रता अभियान के बेहतरीन विज़्युअल्स का चित्रण किया गया है, और इन 5 स्वतंत्रता सेनानियों के युवा प्रोफईल्स निर्मित कर उनकी कहानियाँ सुनाई गई हैं।

इस कैम्पेन के बारे में अमित दोशी, सीएमओ, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा,
‘‘भारत में 100 साल से पुरानी कंपनियों में से एक होने के नाते हमें अपने इतिहास पर गर्व है, जिसमें भारत की स्वतंत्रता का उदय हुआ और फिर यह आर्थिक महाशक्ति बनने तक के सफर पर आगे बढ़ा। 106 साल पुरानी विरासत वाली कंपनी के रूप में हमें खुशी है कि हमें अपनी स्वतंत्रता हासिल करने की कहानी आपके समक्ष लाने का अवसर मिला, जो हमने अपने पैक पर टेक्नॉलॉजी की मदद से लाने का निर्णय लिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत के अंतिम कुछ स्वतंत्रता सेनानियों की ये प्रेरणाप्रद कहानियाँ एआर अनुभव द्वारा जीवंत हुई हैं, जो हर घर में पाए जाने वाले ब्रिटानिया उत्पादों द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं। अब हमारा इतिहास हमारे रेफ्रिजरेटर, हमारे किचन शैल्फ में पाया जा सकता है, और हम इस इतिहास को सुन सकते हैं। इन नायकों को सम्मानित करते हुए हम लचीलेपन, करुणा और साहस की शक्ति के साथ संगठित होते हैं। यह कैम्पेन न केवल हमारे इतिहास के बारे में है, बल्कि यह हमारी पहचान और उन मूल्यों को संजोने के लिए भी है, जो हमें एक देश के रूप में परिभाषित करते हैं।’’

इस अभियान के बारे में संदीपन देब, क्रिएटिव, टेलेंटेड ने कहा, ‘‘हम जब वापस मुड़कर देखते हैं कि भारत ने कितना लंबा दौर पूरा कर लिया है, तो हमें गर्व और सम्मान की भावना महसूस होती है। लेकिन स्वतंत्रता संग्राम के 77 साल बाद स्वाभाविक है कि लोग अपनी स्वतंत्रता को गंभीरता से लेना बंद कर दें। आज स्वतंत्रता दिवस की खुशी केवल एक दिन तक सीमित होकर रह गई है, जब ढेर सारे रिटेल ऑफ मिलते हैं। अब इससे भावनात्मक जुड़ाव कम होने लगा है। हम इसमें परिवर्तन लाना चाहते हैं – और ब्रिटानिया सबसे उपयुक्त ब्रांड है, जिसके पास यह करने की प्रतिष्ठा व विरासत है। इस कैम्पेन को जीवंत करने के लिए ब्रट, रूटेड फिल्म्स और पिक्सल पार्टी ने बेहतरीन सहयोग दिया है। हमें उम्मीद है कि हम जब भी मारी गोल्ड के साथ चाय पीने बैठेंगे, या फिर सैंडविच बनाएंगे, तो हमें अपने देश की याद आएगी। फिर भले ही एक सैकंड के लिए हो, लेकिन हम उन साहसी लोगों को याद करेंगे, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से हमारे लिए लड़ाई लड़ी।’’

भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के और करीब पहुंचा 

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चेन्नई, . भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को कहा कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान दूसरी बार ऑर्बिट घटने के साथ चंद्रमा की सतह के करीब पहुंच गया है.

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा, “आज किए गए युक्ति-अभ्यास के बाद चंद्रयान-3 की कक्षा घटकर 174 किमी x 1437 किमी रह गई है. अगला ऑपरेशन 14 अगस्त, 2023 को 11:30 से 12:30 बजे आईएसटी के बीच निर्धारित है.”

अंतरिक्ष यान को और नीचे लाया गया – कक्षा में कमी – इसके ऑनबोर्ड इंजनों को 170 किमी x 4313 किमी से 174 किमी x 1437 किमी तक चालू करके. कक्षा के दायरेे को कम कर दिया गया है, ताकि चंद्रयान -3 मिशन का मुख्य उद्देश्य हासिल किया जा सके, यानी चंद्रमा पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग.

अंतरिक्ष यान को धीमा करने के लिए ऑन-बोर्ड मोटर्स की रेट्रो फायरिंग (बैकवर्ड प्रोपल्शन) द्वारा कक्षा में कमी की जाती है. तीसरा कक्षा कटौती अभियान 14 अगस्त को सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बीच होगा.

इस प्रक्रिया के दौरान अंतरिक्ष यान की मोटरों को विपरीत दिशा में चलाकर उसकी गति कम कर दी जाती है. चौथी कक्षा कटौती प्रक्रिया 16 अगस्त को होने की उम्मीद है.

6 अगस्त को पहली चंद्र कक्षा में कमी की गई थी. अंतरिक्ष यान में एक प्रणोदन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम) एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है.

चौथी कक्षा कटौती गतिविधि के कुछ समय बाद लैंडर कुछ दिनों में प्रणोदन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा और बाद में 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास एक नरम लैंडिंग करने की उम्मीद है. लैंडर चंद्रमा की सतह से लगभग 100 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा पर उतरेगा. सॉफ्ट लैंडिंग एक पेचीदा मुद्दा है, क्योंकि इसमें रफ और फाइन ब्रेकिंग सहित जटिल युद्धाभ्यासों की एक श्रृंखला शामिल होती है.

सुरक्षित और खतरा-मुक्त क्षेत्र खोजने के लिए लैंडिंग से पहले लैंडिंग साइट क्षेत्र की इमेजिंग की जाएगी. सॉफ्ट लैंडिंग के बाद छह पहियों वाला रोवर बाहर निकलेगा और एक चंद्र दिवस की अवधि के लिए चंद्र सतह पर प्रयोग करेगा जो पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर है.

चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को भारत के हेवी लिफ्ट रॉकेट एलवीएम3 द्वारा कॉपीबुक शैली में कक्षा में स्थापित किया गया था. अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा पूरी कर ली और 1 अगस्त को चंद्रमा की ओर बढ़ गया. उस दिन आईएसटीआरएसी में एक सफल पेरिगी-फायरिंग की गई. इसरो ने अंतरिक्ष यान को ट्रांसलूनर कक्षा में स्थापित किया था.

राहुल गांधी ने लोकसभा में भारत की आवाज रखी : मल्लिकार्जुन खड़गे

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नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को लोकसभा में पार्टी नेता राहुल गांधी के भाषण की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा में भारत की आवाज रखी है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, ”राहुल गांधी ने आज (बुधवार को) लोकसभा में भारत की आवाज़ रखी. पंडित नेहरू ने कहा था – ‘भारत माता’, भारत के ही लोग हैं. मणिपुर हिंसा को हमारे अपने भाई- बहन झेल रहे हैं, भाजपा की संवेदनहीनता वो भुगत रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रीगण इधर-उधर की बात कर रहें हैं, पर ये नहीं बता रहें हैं कि हिंसा कैसे हुई, इसे क्यों फैलने दिया गया, प्रधानमंत्री ने शांति की अपील क्यों नहीं की, वहां जा कर लोगों से उनका दुःख दर्द क्यों नहीं पूछा?”

राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने सवाल किया कि क्या मोदी सरकार को जनता के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है? क्या उनकी सारी राजनीति सिर्फ वोट पाने के लिए है? उनकी यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा भाजपा सरकार पर मणिपुर और पूरे भारत में ‘भारत माता’ की हत्या करने का आरोप लगाने के बाद आई है.

राहुल गांधी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में बोलते हुए कहा कि भाजपा ने आज पूरे देश पर केरोसिन फेंक दिया है. मणिपुर पर फेंका, वहां आग लगा दी, हरियाणा पर छिड़का, वो भी जल रहा है. पूरे देश को जलाने में लगे हैं! ये भारत मां के रखवाले नहीं, भारत मां के हत्यारे हैं!

राहुल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री का अहंकार पूरे देश को जला रहा है. लंका को भगवान हनुमान ने नहीं बल्कि रावण के अहंकार ने जलाया था.

और इसी तरह, प्रधानमंत्री मोदी का अहंकार भारत को जला रहा है और नष्ट कर रहा है. भाजपा मणिपुर से लेकर हरियाणा तक पूरे देश में आग लगा रही है.

लंका प्रीमियर लीग से मुझे एशिया और वर्ल्ड कप में मदद मिलेगी : बाबर आजम

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कोलंबो, पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम अच्छी फॉर्म में हैं और लंका प्रीमियर लीग 2023 में कोलंबो स्ट्राइकर्स के लिए अपनी फॉर्म को कायम रखना चाहेंगे, क्योंकि यह वह टूर्नामेंट है जिसे वह एशिया कप की तैयारी के रूप में देखते हैं.

फॉर्म में चल रहे पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम लंका प्रीमियर लीग में दहाड़ने के लिए तैयार हैं, जो 30 जुलाई से 21 अगस्त तक श्रीलंका में खेली जाएगी. बाबर पहली बार लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) का हिस्सा हैं.

बाबर आज़म ने कहा, “यह मेरा पहला सीजन है और मैं सभी मैच खेलने के लिए उत्सुक हूं. मैं कुछ दिन पहले टीम में शामिल हुआ और अपने साथियों से मिलने के बाद मुझे बहुत खुशी हुई. हमारे पास एक युवा टीम है और हर कोई अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्सुक है.”

बाबर आज़म की टीम कोलंबो स्ट्राइकर्स का नेतृत्व निरोशन डिकवेला कर रहे हैं, जबकि लीग में भाग लेने वाली अन्य टीमों में कुसल मेंडिस की कप्तानी वाली दांबुला ऑरा, दासुन शनाका की कप्तानी वाली गॉल टाइटंस, वानिंदु हसरंगा की कप्तानी वाली बी-लव कैंडी और तिषारा परेरा के नेतृत्व वाली गत चैंपियन जाफना किंग्स शामिल हैं.

पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, “मेरी मानसिकता हमेशा सकारात्मक है. मैं कोलंबो स्ट्राइकर्स को अपना 100 प्रतिशत दूंगा. हमारे पास खिलाड़ियों की एक अच्छी श्रृंखला है, टीम में सीनियर और जूनियर खिलाड़ी का अच्छा संयोजन है. डिकवेला और मैं एक साथ बहुत क्रिकेट खेलते हैं और एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं.”

उन्होंने आगे कहा,” मुझे लगता है कि टीम में से 4-5 खिलाड़ी श्रीलंका के लिए खेलते हैं, यह हमारे लिए अच्छा है और युवाओं के लिए अनुभवी वरिष्ठ खिलाड़ियों से नई चीजें सीखने के लिए बेहतरीन मौका है. जब आप वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करते हैं तो आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है.”

बाबर आजम ने यह भी कहा कि लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) 2023 उन्हें एशिया में विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल होने में मदद करेगी, क्योंकि एशिया कप सहित कई आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट एशियाई उपमहाद्वीप में होंगे.

व्हाट्सएप आईओएस बीटा पर जारी कर रहा एनिमेटेड अवतार फीचर

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सैन फ्रांसिस्को, . मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप आईओएस बीटा पर एक एनिमेटेड अवतार फीचर शुरू कर रहा है.

डब्लूएबीटाइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, यूजर्स को यह चेक करने लिए कीबोर्ड ओपन करना होगा और अवतार टैब को सेलेक्ट करना होगा कि यह फीचर उनके अकाउंट के लिए सक्षम है या नहीं. इसके बाद बीटा यूजर्स सर्टेन अवतारों के लिए कुछ एनिमेशन देखेंगे.

यूजर्स एनिमेटेड अवतारों को किसी के भी साथ साझा कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें प्राप्त करने में सक्षम होने के लिए बीटा वर्जन का उपयोग करना जरूर नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल सीमित संख्या में स्टिकर एनिमेटेड हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि व्हाट्सएप समय के साथ पूरे अवतार पैक का एक एनिमेटेड वर्जन पेश कर सकता है.

एनिमेटेड अवतार फीचर वर्तमान में कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है. आने वाले दिनों में इसे और अधिक यूजर्स के लिए पेश किया जाएगा. पिछले महीने, मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने आईओएस पर वीडियो कॉल के लिए लैंडस्केप मोड सपोर्ट और अननोन कॉलर्स ऑप्शन को व्यापक रूप से लॉन्च किया था.

प्लेटफ़ॉर्म ने किसी नए डिवाइस पर स्विच करते समय फुल अकाउंट हिस्ट्री को मूल रूप से ट्रांसफर करने की क्षमता भी जारी की. बेहतर नेविगेशन के साथ पुन: डिज़ाइन की गई स्टिकर ट्रे और अधिक अवतारों सहित स्टिकर का एक बड़ा सेट भी लॉन्च किया गया.

यह भी बताया गया कि कंपनी ने आईओएस बीटा पर एक फीचर जारी किया है, जो यूजर्स को हाई क्वालिटी वाले वीडियो सेंड करने की अनुमति देता है. सभी वीडियो के लिए डिफ़ॉल्ट ऑप्शन हमेशा ‘स्टैंडर्ड क्वालिटी’ होगा, इसलिए यूजर्स को हर बार बेहतर क्वालिटी वाला वीडियो सेंड करने के लिए हाई-क्वालिटी ऑप्शन का चयन करना होगा.

कुटुंब सुरक्षा परिषद द्वारा महापुरूष श्रीमंत शंकरदेव जी महाराज का 575 वां जन्मोत्सव समारोह 8 व 9 को होगा

उज्जैन। कुटुंब सुरक्षा परिषद के तत्वाधान सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के उद्घोषक महापुरूष श्रीमंत शंकरदेव जी महाराज का 575 वां जन्मोत्सव समारोह 8 व 9 अगस्त को मंगलनाथ रोड स्थित मौन तीर्थ पीठ मौनी बाबा आश्रम पर किया जायेगा। कार्यक्रम के सयोजक रोडमल राठोर पुर्व विधायक ने प्रेसवार्ता लेकर बताया कि असम से 150 लोग आएंगे व असम की संस्कृति से मध्य प्रदेश के संस्कृति का मिलन होगा। कार्यक्रम में कई विद्वानो की उपस्थिति रहेगी जिसमें मुख्य रुप से लक्ष्मीनारायण भाला वरिष्ठ प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,के उषा ठाकुर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, रंजीत दास कैबिनेट मंत्री असम, योगाचार्य महंत सुधाकर पुरी संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तिष्ठ भारत दिल्ली, सत्यरंजन बोरा संस्थापक अध्यक्ष कुटुंब सुरक्षा परिषद असम एवं कई विद्वानों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

‘मुगल-ए-आजम’ की 63वीं वर्षगांठ पर अभिनेत्री सायरा बानो ने इंस्टा पर लिखा भावुक नोट

नई दिल्ली, 5 अगस्त . दिलीप कुमार, मधुबाला और पृथ्वीराज कपूर स्टारर क्लासिक फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ की 63वीं वर्षगांठ पर अभिनेता दिलीप को याद करते हुुए दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक नोट लिखा है.

5 अगस्त 1960 में प्रदर्शित हुई फिल्‍म ‘मुगल-ए-आजम’को के. आसिफ ने बनाया था,जिसमें पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार, मधुबाला और दुर्गा खोटे ने मुख्य भूमिका निभाई थी.

फिल्‍म ‘मुगल-ए-आजम’ मुगल राजकुमार सलीम और दरबारी नर्तकी अनारकली (मधुबाला द्वारा अभिनीत) की प्रेेम कहानी है. सलीम के पिता, सम्राट अकबर (पृथ्वीराज द्वारा अभिनीत) इस रिश्ते को अस्वीकार करते हैं, जिसके कारण पिता और पुत्र के बीच युद्ध होता है.

अभिनेत्री सायरा बानो ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें हम इस फिल्म की झलक देख सकते हैं. वीडियो में फिल्म के ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन दोनों अंश दिखाए गए हैं. इसमें दिवंगत लता मंगेशकर की लोकप्रिय गीत, ”प्यार किया तो डरना क्या” और ”मोहे पनघट पे” मौजूूद हैं.

उन्होंने एक नोट में लिखा, “भारतीय सिनेमा के इतिहास में, किसी भी फिल्म ने दर्शकों के दिलों पर ‘मुगल-ए-आजम’ जितनी गहरी छाप नहीं छोड़ी है. के. आसिफ की यह फिल्‍म भारतीय फिल्म निर्माण की महिमा के लिए एक कालातीत प्रमाण के रूप में खड़ी है. इस फिल्‍म में साहेब की मनमोहक भूमिका ने इसमें अतिरिक्त परत जोड़ दी है.”

उन्‍हाेंने आगे कहा,” साहेब का किरदार सलीम मंत्रमुग्ध करने वाला था. चरित्र में जान डालने की उनकी क्षमता, चाहे कोमल रोमांस के क्षण हों या भयंकर विद्रोह, देखने लायक थे. उनका शक्तिशाली प्रदर्शन आज तक दर्शकों दिलों में गूंजता है.”सायरा ने आगे लिखा कि “मुगल-ए-आजम” समय की सीमाओं को पार करती है.

उन्होंने साझा किया,”फिल्म की समाप्ति तक की यात्रा अपने आप में किसी महाकाव्य गाथा से कम नहीं थी, जो आश्चर्यजनक रूप से दस वर्षों तक चली. लुभावनी राजसी ‘शीश महल’ से लेकर ‘ठुमरी’ जैसी कालजयी संगीत धुनों तक, फिल्म के हर पहलू पर विस्तार से ध्यान दिया गया.

नौशाद द्वारा बनाई गई ‘मोहे पनघट पे’ और कव्वाली ”तेरी महफ़िल में” में सौंदर्यपूर्ण रूप से लेकर मनमोहक वेशभूषा तक सब दिखाया गया है.”

फिल्म आज भी सिनेमाई प्रतिभा का एक प्रतीक बनी हुई है, जो हमें भारतीय सिनेमा की कलात्मक ऊंचाइयों की याद दिलाती है. यह फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं की पीढ़ियों को प्रेरित करती है, यह याद दिलाती है कि सच्ची कलात्मकता की कोई सीमा नहीं होती है और यह समय की कसौटी पर खरी उतरती है.

‘मुगल-ए-आजम’ डिजिटल रूप से रंगीन होने वाली पहली फिल्म थी जो पहली बार थिएटर में दोबारा रिलीज हुई थी. फि‍ल्म का रंगीन संस्करण 12 नवंबर 2004 को रिलीज किया गया था.

क्या पीएम मोदी अविश्वास प्रस्ताव में राहुल गांधी के शामिल होने से डर रहे हैं : कांग्रेस

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नई दिल्ली, 5 अगस्त . कांग्रेस ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाल नहीं होने पर शनिवार को एक बार फिर सरकार पर कटाक्ष किया है.

कांग्रेस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की अनुचित सजा पर रोक लगाए हुए 26 घंटे बीत चुके हैं लेकिन उनकी सदस्यता बहाल नहीं की गई है. पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव में राहुल गांधी के शामिल होने से डर रहे हैं?

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ”सूरत की सेशन कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के 26 घंटे बाद सांसद के तौर पर उनकी अयोग्यता की अधिसूचना जारी कर दी गई थी. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी पूरी तरह से अनुचित दोषसिद्धि पर रोक लगाए हुए 26 घंटे बीत चुके हैं. सांसद के रूप में उनका पद अभी तक बहाल क्यों नहीं किया गया?

उन्होंने पूछा क्या पीएम नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव में राहुल गांधी के शामिल होने से डर रहे हैं?”

रमेश का यह बयान ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी मामले में उनकी दोषसिद्धि पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने के एक दिन बाद भी लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी की सदस्यता बहाल नहीं करने के मद्देनजर आई है.

राहुल गांधी को बड़ी राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उस दोषसिद्धि पर रोक लगा दी जिसके कारण कांग्रेस नेता की लोकसभा सांसद के रूप में सदस्यता चली गई थी, और कहा कि मामले में दो साल की अधिकतम सजा देने के लिए ट्रायल जज द्वारा कोई कारण नहीं बताया गया था.

पीसीबी वनडे विश्व कप में दबाव से निपटने के लिए टीम के साथ मनोवैज्ञानिक भेजने पर विचार कर रहा है: रिपोर्ट

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लाहौर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक भारत में होने वाले आगामी 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप के दबाव से निपटने के लिए बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम के साथ एक मनोवैज्ञानिक भेजने पर विचार कर रहा है.

क्रिकेट पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेगा इवेंट से पहले टीम के साथ एक मनोवैज्ञानिक रखने का कदम मुख्य रूप से अधिकांश मौजूदा खिलाड़ियों के पास भारत में क्रिकेट खेलने का अनुभव नहीं होने के साथ-साथ मीडिया प्रचार और जनता के कारण है. उम्मीदें खिलाड़ियों पर दबाव डाल रही हैं.

“इसलिए, एक मनोवैज्ञानिक की नियुक्ति पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. वह टीम के साथ पड़ोसी देश में जाएंगे और महत्वपूर्ण क्षणों में खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने में मदद करेंगे, उन्हें किसी भी डर से बचाएंगे.”

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पुरुषों के एकदिवसीय विश्व कप के लिए एक मनोवैज्ञानिक को नियुक्त करने के विकल्प तलाशे जा रहे हैं, जिसमें मेगा इवेंट के लिए टीम के प्रस्थान से पहले खिलाड़ियों के साथ सत्र होने की संभावना है.

2012 में, जब पाकिस्तान ने द्विपक्षीय सफेद गेंद श्रृंखला के लिए भारत का दौरा किया, तो मकबूल बाबरी टीम के खेल मनोवैज्ञानिक थे. पाकिस्तान और भारत के बीच टी20 सीरीज़ 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुई, जबकि पाकिस्तान ने वनडे सीरीज़ 2-1 से जीती.

सलमान बट और मोहम्मद आसिफ के साथ 2010 स्पॉट फिक्सिंग घोटाले में शामिल होने और यूनाइटेड किंगडम में जेल की सजा काटने के बाद पाकिस्तान लौटने पर बाबरी मोहम्मद आमिर के परामर्श सत्र के लिए खेल मनोवैज्ञानिक भी थे.

विश्व कप में टीम की भागीदारी पर रिपोर्ट में कहा गया है, “पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) को चैनलों के माध्यम से सकारात्मक संकेत मिले हैं. एक बार सुरक्षा मंजूरी मिल जाने के बाद, टीम सीमा पार यात्रा करेगी. मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की भी संभावना है.”

इसमें यह भी कहा गया है कि केंद्रीय अनुबंधों के लिए पर्याप्त वेतन वृद्धि का भी प्रस्ताव किया गया है, पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ, जो 2012 में इस भूमिका में थे, लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) से लौटने के बाद टीम से जुड़े मामलों पर बाबर आजम से मिलने के लिए तैयार हैं.