Saturday, May 4, 2024
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भारत के भावी शतरंज खिलाड़ियों पर मंडरा रहा है सवालिया निशान

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चेन्नई, भले ही आर. प्रगनानंद (ईएलओ रेटिंग 2,707), डी. गुकेश (2,751), अर्जुन एरिगैसी (2,704) और निहाल सरीन (2,684) जैसे युवा भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर वैश्विक स्तर पर हैं, क्या वे आगे बढ़ रहे हैं? आने वाले दशकों में क्या वे भारत के शतरंज का बोझ उठा पाएंगे.

भारत के युवा खिलाड़ियों के अगले समूह के बारे में क्या? और वे कहाँ हैं?

नीदरलैंड में हाल ही में संपन्न फिडे वर्ल्ड यूथ अंडर-16 ओलंपियाड के नतीजों ने इन सवालों को खोल दिया क्योंकि भारतीय टीम शीर्ष 10 में शामिल नहीं थी. 16वीं वरीयता प्राप्त भारत अंत में 15वें स्थान पर आया.

दूसरी ओर, दूसरी वरीयता प्राप्त चीन ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि तुर्की और आर्मेनिया क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.

मजे की बात यह है कि विश्व जूनियर्स की शीर्ष 10 सूची में कोई भी युवा चीनी खिलाड़ी शामिल नहीं है, जबकि भारत के गुकेश, प्रगनानंद, एरिगैसी और सरीन क्रमशः दूसरे, चौथे, पांचवें और सातवें स्थान पर हैं.

तो तार्किक परिणाम यह है कि भारत के पास मजबूत युवा उभरते शतरंज खिलाड़ियों की एक श्रृंखला होनी चाहिए.

जीएम प्रवीण थिप्से ने को बताया, “दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि अधिकांश प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के माता-पिता राष्ट्रीय चैंपियनशिप, एफआईडीई कार्यक्रमों और एफआईडीई कैलेंडर पर होने वाले अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के महत्व के मामले में अनपढ़ हैं.”

थिप्से के अनुसार, माता-पिता और कोच ऐसे टूर्नामेंटों का चयन करके अपने बच्चों के करियर की कब्र खोदते हैं जिनका कोई वास्तविक महत्व नहीं है.

थिप्से ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि क्या सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ियों ने यूथ ओलंपियाड में भाग लिया था क्योंकि टीम को 16वीं वरीयता दी गई थी.

यह पूछे जाने पर कि क्या उभरते हुए भारतीय खिलाड़ी केवल अपनी रेटिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, थिप्से ने कहा कि उनका ध्यान आसानी से जीएम खिताब हासिल करने पर है.

“इसके बाद, यह बिना किसी विशिष्ट योजना या लक्ष्य के बस एक औचक मार्ग है. थिप्से ने कहा, सिर्फ यह कहना कि ‘मैं विश्व चैंपियन बनना चाहता हूं’ काफी नहीं है.

अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ), राज्य और जिला शतरंज संघों को केवल आधिकारिक आयोजनों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, आधिकारिक श्रेणियों जैसे अंडर-7 से अंडर-25 ओपन टूर्नामेंट का उचित संचालन करना चाहिए.

“इसके बजाय, जमीनी स्तर से भी आधिकारिक आयोजनों और चयनों की संख्या कम होती जा रही है. तमिलनाडु में इवांस शतरंज क्लब, नागरकोइल के सचिव जे. जीवन कुमार ने को बताया, जिला संघ चयन छोड़ रहे हैं और अधिक लाभ कमाने वाले गैर-आधिकारिक कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और निजी टूर्नामेंट आयोजकों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.

कुमार ने आगे कहा कि आयु-समूह टूर्नामेंट अलग-अलग तिथियों पर अलग-अलग आयोजित किए जाने चाहिए ताकि एक अंडर-7 खिलाड़ी उच्च आयु वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर सके और अनुभव प्राप्त कर सके.

यूपी विजय का नुस्खा: मोदी का करिश्मा, योगी का जादू, ‘लभार्थियों’ की निष्ठा

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लखनऊ, राम मंदिर, मोदी का करिश्मा, योगी का जादू, अपने नेताओं का संगठनात्मक कौशल, ‘लाभार्थियों’ की वफादारी, ओबीसी पर ध्यान और बुलडोजर की राजनीति – यही भाजपा की 2024 के लोकसभा चुनावों का नुस्‍खा है जिसके लिए इसकी सोशल मीडिया टीम नियमित आधार पर तैयारी कर रही है.

भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा और योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता राजनीति में भाजपा का मुख्य आधार बनी हुई है, पार्टी आम चुनावों में उत्तर प्रदेश में अपना सफल प्रदर्शन बनाए रखने के लिए कारकों को जोड़ रही है.

पार्टी जानती है कि 80 सीटों के साथ उत्तर प्रदेश अगली सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाएगा.

भाजपा कार्यकर्ताओं को भरोसा है कि एक हिंदू नेता के रूप में योगी आदित्यनाथ का बढ़ता कद, एक प्रशासक के रूप में उनकी सख्त छवि और उनका सर्वव्यापी करिश्मा ही 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए शानदार जीत सुनिश्चित करेगा.

भाजपा के लिए 2022 की विधानसभा जीत के बाद योगी फैक्टर उप-चुनावों और हाल के नगर निगम चुनावों में व्यापक जीत सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम कर रहा है.

उत्तर प्रदेश में भाजपा की अब तक केवल एक ही रणनीति रही है – चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना और प्रत्येक बूथ का नियमित रूप से दौरा करना.

पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, “हमारे पास मोदी और योगी जैसे करिश्माई नेता हैं और हमें बस अपने सैनिकों को आत्मसंतुष्ट होने से रोकना है. हमारे ‘पन्ना प्रमुख’ और विस्तारक’ काम पर हैं और हमारे नेता उन सीटों पर काम कर रहे हैं जहां पार्टी तुलनात्मक रूप से कमजोर दिखती है.“

संगठनात्मक मोर्चे पर, इस बात की जोरदार चर्चा है कि यूपी में पिछले चुनावों में जादू चलाने वाले सुनील बंसल को 2024 के चुनावों से पहले राज्य की कमान संभालने के लिए कहा गया है.

बंसल राज्य की गतिशीलता को अपने घर के आंगन की तरह जानते हैं और कैडरों से परिचित हैं. यूपी में 2024 के लिए उम्मीदवारों के चयन में भी उनकी अहम भूमिका हो सकती है.

इस बीच, भाजपा भी सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने के लिए उम्मीदवारों को बदलने की तैयारी कर रही है.

पार्टी सूत्रों का दावा है कि कुछ उम्मीदवारों को 70 वर्ष से अधिक की आयु सीमा पार करने के कारण बाहर किया जा सकता है, जबकि अन्य को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में खराब प्रदर्शन के कारण टिकट से वंचित होना पड़ सकता है.

भाजपा के लिए, अभियान का स्वर विपक्ष की विफलताओं (कांग्रेस पढ़ें), भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और राष्ट्रवाद – बल्कि इसकी कमी को उजागर करेगा. एक खंडित विपक्ष 2024 में भगवा लहर के लिए काम आसान कर देगा.

भाजपा ‘लाभार्थी’ वोट बैंक पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें अल्पसंख्यक और दलित एक बड़ा हिस्सा हैं.

पार्टी पदाधिकारी ने कहा, “यह वह समूह है जो केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं से लाभान्वित हुआ है और हम उन तक पहुंच रहे हैं. यह जाति या धर्म का सवाल नहीं है, बल्कि बंचितों के लाभ पाने का सवाल है.”

मध्यम वर्ग और ऊंची जातियों के लिए माफिया के खिलाफ योगी का बुलडोजर अभियान भी पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा होगा.

पदाधिकारी ने कहा, “व्यापारी और बिल्डर अब जबरन वसूली की शिकायत नहीं कर रहे हैं और माफिया द्वारा जमीन पर कब्जा नहीं किया जा रहा है. इसका इस्तेमाल अभियान में लाभ के लिए किया जाएगा.”

भाजपा, अपने पक्ष में मौजूद कारकों के बावजूद, आत्मसंतुष्टि नहीं आने दे रही है.

पार्टी पहले ही अपने बिछड़े हुए सहयोगी – सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) – और दारा सिंह चौहान जैसे नेताओं को वापस ला चुकी है, जिन्होंने पिछले साल पार्टी छोड़ दी थी.

एसबीएसपी नेता राजभर अब भाजपा के लिए गीत गा रहे हैं, जो विशेष रूप से पूर्वी यूपी में ओबीसी वोटों में सेंध लगाने को लेकर आश्वस्त है.

विपक्ष को चुनौती देने और आलोचकों का मुकाबला करने के लिए पार्टी की सोशल मीडिया टीम को रीबूट किया जा रहा है.

जहां तक स्टार प्रचारकों की बात है तो भाजपा फिल्मी सितारों और क्रिकेटरों की तरफ नहीं देख रही है.

पदाधिकारी ने कहा, “जब हमारे पास मोदी और योगी हैं तो सेलिब्रिटीज की जरूरत किसे है. ये दोनों ही काफी हैं.”

नागपंचमी पर्व 2023 के उपलक्ष्य पर आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाएं

श्री महाकालेश्वर मन्दिर में दिनांक 21 अगस्त 2023 को नागपंचमी पर्व मनाया जाएगा, साथ ही श्रावण मास का सप्तम सोमवार होने से बाबा महाकाल की सवारी का नगर भ्रमण पर निकलना भी निर्धारित है। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट दिनांक 20 अगस्त 2023 को रात्रि 12ः00 बजे खुलकर दिनांक 21 अगस्त 2023 को रात्रि 12ः00 बजे तक खुले रहेंगेे। इस उपलक्ष्य पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में पधारे समस्त श्रद्धालुओं का श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति हार्दिक अभिनंदन करती है।

दर्शन समय (नागचन्द्रेश्वर)- दिनांक 20 अगस्त 2023 को मध्य रात्रि 12ः00 बजे से 21 अगस्त 2023 की रात्रि 12ः00 बजे तक।

श्रद्धालु 21 अगस्त 2023 को रात्रि 10ः00 बजे तक कतार में लग सकेंगे।

नागचन्द्रेश्वर भगवान के दर्शन हेतु निर्धारित मार्ग –

आगंतुक समस्त श्रद्धालु भील समाज धर्मशाला से प्रवेश कर – गंगा गार्डन के समीप से – चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल जिगजेग- हरसिद्धी चैराहा – रूद्रसागर के समीप से – बड़ा गणेश मंदिर – द्वार नम्बर 04 अथवा 05 के रास्ते – विश्रामधाम – एरोब्रिज से होकर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन करेंगे। दर्शन उपरांत एरोब्रिज के द्वितीय ओर से- रेम्प- मार्बल गलियारा – नवनिर्मित मार्ग से – प्रिपेड बूथ चैराहा पहुंचेंगे – द्वार नंबर 04 अथवा 05 के सम्मुख से – बड़ा गणेश मंदिर – हरसिद्धि चैराहा – नृसिंह घाट तिराहा होते हुए पुनः भील समाज धर्मशाला पहुंचेंगे।

भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु निर्धारित मार्ग – आगंतुक समस्त श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय के समीप – सरफेस पार्किंग से प्रवेश कर – नंदीद्वार – श्री महाकाल महालोक – मानसरोवर भवन में प्रवेश कर – फेसेलिटी सेंटर-01 – मंदिर परिसर – कार्तिक मण्डपम् में प्रवेश कर, कार्तिक मण्डपम् – गणेश मण्डपम् से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन उपरांत आपातकालीन द्वार से – अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के समीप से – निर्माल्य द्वार – श्री महाकाल महालोक में प्रवेश कर – पिनाकी द्वार से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।

पार्किंग व्यवस्था –

नागपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु आगंतुक श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उज्जैन शहर में चारो ओर से आने वाले मार्गो के चयनित स्थानों पर अस्थाई रूप से वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिनका विवरण निम्नानुसार है:-

मुख्य पार्किंग व्यवस्था:-
कर्कराज पार्किंग (समस्त वाहनो के लिए) कलोता समाज धर्मशाला (दुपहिया/प्रशानिक वाहनो हेतु)
इंदौर रोड़ से आने वाहनों की

पार्किंग व्यवस्था:-

शासकीय इंजिनीयरिंग महाविद्यालय तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड का मैदान हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार मन्नत गार्डन (नगर निगम)
देवास, मक्सी, आगर रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग व्यवस्था:-
शासकीय इंजिनीयरिंग
महाविद्यालय का मैदान प्रशांति धाम पार्किंग बड़नगर, नागदा रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग व्यवस्था:-
मुल्लापुरा पार्किंग (धान उपार्जन केन्द्र)

कार्तिक मेला मैदान पार्किंग

आदिनाथ जैन पार्किंग (बड़नगर रोड़
उदासिन अखाड़ा/निर्मोही अखाड़ा (बड़नगर रोड़)

वाहन पार्किंग से मंदिर प्रवेश द्वार तक श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए निःशुल्क बस चालन की व्यवस्था –

उक्त स्थापित की गई वाहन पार्किंग से श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पर सरलता से आवागमन कर सके, इस हेतु 50 बसे स्थापित वाहन पार्किंग से मंदिर के प्रवेश द्वार तक निःशुल्क चलाई जावेगी, जिससे श्रद्धालु पार्किंग स्थल से मंदिर के प्रवेश स्थल तक सरलता से आवागमन कर सकेंगे।

जूता स्टेण्ड –

आगंतुक श्रद्धालुओं की चरण पादुकाएं सुव्यवस्थित रूप से रखने के लिए मंदिर की ओर आने वाले मार्गो के चयनित स्थल पर जूता स्टेण्ड स्थापित किए गए है। जिनका विवरण निम्नानुसार है:-
भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे आगन्तुक समस्त श्रद्धालुओ के लिए भील समाज धर्मशाला में वृहद स्तर का जुता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।
भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे शहर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओ की लिए हरसिद्वी पाल पर जुता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।
भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे समस्त श्रद्धालुओं के लिये सरफेस पार्किंग में जूता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।

उक्त स्थापित किए गए जूता स्टेण्ड पर श्रद्धालु अपनी चरण पादुकाएं सुव्यवस्थित रूप से रखकर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु प्रवेश कर सकेंगे एवं दर्शन उपरांत पुनः चरण पादुकाएं प्राप्त कर सकेंगे। जूता स्टेण्ड के कुशल संचालन हेतु श्रद्धालुओं की चरण पादुकाएं रखने के लिए कपड़ों की थैलियां बनवाई जाकर पृथक-पृथक कलर के टोकन बनवाये गये है जिनका विवरण निम्नानुसार है

भील समाज पार्किंग स्थल में स्थापित जूता स्टेण्ड के लिए काला कलर

हरसिद्वी पाल पर स्थापित जूता स्टेण्ड के लिए नीला कलर
सरफेस पार्किंग में स्थापित जूता स्टेण्ड के लिये लाल कलर उक्त टोकन के पीछे जूता स्टेण्ड का पता लिखवाया गया है जिससे श्रद्धालु सरलता से दर्शन उपरांत जूता स्टेण्ड पर पहुंच कर अपनी चरण पादुकाएं प्राप्त कर सकेंगे।

पेयजल व्यवस्था – आगंतुक श्रद्धालुओं को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर में प्रवेश हेतु निर्धारित द्वार से प्रति 200 मीटर पर पेयजल की व्यवस्था की गई है। साथ ही पार्किंग स्थल पर पेयजल व्यवस्था हेतु श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार पीने के पानी के टैंकर खड़े किए जावेंगे।

मेटिंग व्यवस्था – श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित प्रवेश द्वार से लेकर निर्गम द्वार तक, निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड तक सम्पूर्ण मार्ग पर मैटिंग बिछाई गयी है। जिससे श्रद्धालु पूर्ण समय मेटिंग पर चलकर भगवान नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

लड्डू प्रसाद काउण्टर – आगंतुक श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र में श्रद्धालुओं के आवागमन वाले मार्ग पर (भील समाज धर्मशाला एवं नृसिंह घाट तिराहे) लड्डू प्रसाद काउण्टर 24×7 स्थापित किए गए है, जहां से श्रद्धालु आसानी से लड्डू प्रसाद प्राप्त कर सकें।

प्राथमिक उपचार की सुविधा – आगंतुक श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप स्थापित पार्किंग एवं चयनित स्थानों पर प्राथमिक उपचार केन्द्र स्थापित किए गए है। उक्त प्राथमिक उपचार केन्द्रो पर चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाॅफ केा 24×7 पाबंद किया गया है, साथ ही एम्बुलेंस भी खड़ी की गई है, जिससे विशेष परिस्थितियों में श्रद्धालुओं केा अस्पताल पहुंचाया जा सके।

फायर स्टेशन –

नागपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर आगन्तुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु मंदिर के चयनित स्थानों पर अस्थाई रूप से 24×7 फायर स्टेशन नगर पालिक निगम उज्जैन के माध्यम से स्थापित किए गए है।

पी.ए. सिस्टम, सहायता केन्द्र खोया-पाया केन्द्र –

आगंतुक श्रद्धालुओं को समय-समय पर अन्य आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करने के उद्देश्य से सेक्टर अनुसार पी.ए. सिस्टम सहायता केन्द्र एवं खोया-पाया केन्द्र स्थापित किए जाकर उक्त पी.ए. सिस्टम व खोया-पाया केन्द्र पर पुलिस बल, कर्मचारी एवं स्काउड गाईड के कर्मचारियों को पाबंद किया गया है।
भजन मण्डली की व्यवस्था –

आगंतुक श्रद्धालुओं के मध्य धार्मिक सौहार्द निर्मित करने अथवा श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था को दृष्टिगत रखते हुए दर्शन मार्ग के अंतर्गत चयनित मार्ग पर आवश्यकतानुसार मंच बनाए गए है। उक्त स्थापित मंचों से भजन मण्डलियां भगवान के भजन गायन की प्रस्तुति देंगी जिससे श्रद्धालुओं के मध्य धार्मिक वातावरण निर्मित किया जा सके।

एल.ई.डी. एवं सी.सी.टी.वी. कैमरे की व्यवस्था –
आगंतुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर 700 सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए जाकर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है उक्त स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में सी.सी.टी.वी सर्विलेंस एवं एल.ई.डी. के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियेां द्वारा सतत् निरीक्षण किया जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी, साथ ही श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के सजीव दर्शन कराने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, स्थापित पार्किंग एवं मंदिर परिक्षेत्र के चयनित स्थानों पर बड़ी आउटडोर एल.ई.डी. स्थापित की गई है जिससे श्रद्धालु भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सजीव दर्शन कर सकेंगे।

व्हील चेयर व ई-कार्ट की व्यवस्था-

आगंतुक वृद्धजन एवं निःशक्तजन श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचन्दे्रश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप निर्धारित पार्किंग स्थल पर ई-कार्ट इत्यादि खड़ी की गई है जिसमें बैठकर श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पहुंच कर व्हील चेयर के माध्यम से भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन कर सकेंगे।

फ्लेक्स बोर्ड दिशा-सूचक की व्यवस्था – श्रद्धालुओं सरलता से भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर तथा अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं वाले स्थल तक आवागमन कर सके इस हेतु शहर के प्रमुख मार्गो पर दिशा-सूचक बोर्ड स्थापित किए गए है, साथ ही सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिक्षेत्र एवं निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड, वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउण्टर, प्राथमिक उपचार सुविधा पेयजल वितरण स्थल इत्यादि तक पहुंचने के लिए फ्लेक्स लगाए गए है।
बैरिकेटिंग की व्यवस्था – आगंतुक श्रद्धालुओं को सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग में बैरिकेटिंग की गई है, जिसके अंदर प्रवेश कर श्रद्धालु सीधे मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन उपरांत निर्गम द्वार के रास्ते बाहर निकलकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सकेंगे।

शांति एवं कानून व्यवस्था –
नागचपंचमी पर्व पर आगंतुक श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या केा दृष्टिगत रखते हुए शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु मंदिर परिक्षेत्र में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जिला उज्जैन के माध्यम से कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को पाबंद किया गया है, साथ ही पुलिस अधीक्षक द्वारा अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
विद्युत व्यवस्था –

नागचपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर निर्बाध विद्युत आपुर्ति दो फेस महाकाल एवं चारधाम के माध्यम से की जावेगी। निर्बाध विद्युत आपुर्ति हेतु दायित्व अधीक्षण यंत्री प.क्षे.वि.वि.कं.लि. को सौंपा गया है, एवं आवश्यकतानुसार मंदिर परिक्षेत्र में जनरेटर इत्यादि स्थापित किए जाकर पर्याप्त विद्युत व्यवस्था की गई है।

श्रद्धालुओ के दिशा निर्देश
श्रद्वालु अपने वाहन निर्धारित वाहन पार्किंग में ही खड़े करें।
श्रद्धालु अपने साथ कीमती सामान लेकर न आवे।
मोबाईल का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।

श्रद्धालु अपनी चरण पादुकाएं जूता स्टेण्ड पर उतारकर टोकन अवश्य प्राप्त करें, टोकन के पीछे जूता स्टेण्ड का पता लिखा गया हैं। दर्शन उपरांत सम्पूर्ण मार्ग पर लगे फ्लेक्स बोर्ड के माध्यम से उक्त पते पर पहुंचकर पुनः अपनी चरण पादुकाएं प्राप्त करे।

श्रद्धालुओं के पेयजल हेतु सम्पूर्ण मार्ग पर निःशुल्क पानी की बाॅटल की व्यवस्था की गई है, इसका उपयोग करे।

श्रद्धालु के लिए सहायता केन्द्र एवं शौचालय स्थापित किए गए है, श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार उपयोग करे।

श्रद्धालु जय श्री महाकाल अथवा बाबा महाकाल का के नाम का उच्चारण करते हुए कतारबद्ध होकर भगवान महाकाल के दर्शन करे। कर्तव्यरत कर्मचारियों को सहयोग प्रदान करे।
समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करे। लड्डू प्रसाद की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है, श्रद्धालु कतारबद्ध होकर लड्डू प्रसाद काउण्टर से लड्डू प्रसाद प्राप्त करे।

निक्की शर्मा ने मनाया ‘तीज’, कहा- ‘मैं भगवान शिव जैसा अद्भुत साथी चाहती हूं’

नई दिल्ली, टीवी धारावाहिक ‘प्यार का पहला अध्याय शिवशक्ति’ में ‘शक्ति’ की भूमिका निभा रहीं निक्की शर्मा ने कहा कि वह भगवान शिव जैसे अद्भुत साथी पाने के लिए प्रार्थना करती हैं.

निक्की शनिवार को हरियाली तीज मना रही हैं. यह भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन का त्योहार है, जिसे भक्त उपवास और अनुष्ठान के साथ मनाते हैं.

उसी के बारे में बात करते हुए निक्की ने कहा : “हरियाली तीज के सार को महसूस करते हुए मैं भगवान शिव के प्रति देवी पार्वती के मजबूत प्रेम से प्रेरित हूं. उनकी तरह मैं सावन माह में सोमवार का व्रत कर रही हूं. भले ही मेरी अभी तक शादी नहीं हुई है, मैं भगवान शिव जैसे अद्भुत साथी के लिए प्रार्थना करती हूं.”

उन्होंने कहा, “यह खास दिन हर किसी के जीवन में प्यार, खुशी और एकजुटता लाए. मैं अपने सभी प्यारे फैंस को इस आनंदमय हरियाली तीज उत्सव पर शुभकामनाएं देती हूं.”

निक्की ने शक्ति का किरदार निभाया है, जो वाराणसी की एक युवा लड़की है. यह शो शिव-शक्ति की समकालीन शैली में प्रेम की शक्ति की खोज करता है.

स्टूडियो एलएसडी प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित, इसमें अर्जुन बिजलानी ने शिव और निक्की ने शक्ति की भूमिका निभाई है.

पिछले एपिसोड में दर्शकों ने देखा कि कैसे शिव जेल में है और मंदिरा (परिणीता बोरठाकुर) यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि शक्ति उसे बचाने के लिए पुलिस स्टेशन न पहुंचे. कीर्तन (गौरव तनेजा) के बहकावे में आकर मनोरमा (निमिषा वखारिया) ने शक्ति को जाने से रोक दिया, लेकिन किसी तरह वह समय पर पुलिस स्टेशन पहुंचने में कामयाब रही और शिव को जेल से बाहर निकालने में मदद की.

उसे मंदिरा के असली इरादों के बारे में पता चल गया.

आनेवाले एपिसोड में दर्शक मंदिरा के असली इरादों को उजागर करने के शक्ति के प्रयास को देखेंगे. जैसे-जैसे कहानी सामने आएगी, दर्शक यह देखने के लिए उत्सुक होंगे कि कैसे मंदिरा खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश करती है और यह पता लगाती है कि क्या वह शिव को अपनी बेगुनाही का यकीन दिला सकती है.

यह धारावाहिक ज़ी टीवी पर प्रसारित होता है.

ऋण चूककर्ताओं पर लगाए गए जुर्माने का उपयोग धन जुटाने को नहीं कर सकते बैंक : आरबीआई

नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि बैंक ऋण चूककर्ताओं पर लगाए गए जुर्माने का इस्तेमाल धन जुटाने के लिए नहीं कर सकते.

केंद्रीय बैंक ने यह सुनिश्चित करने के लिए ऋण खातों से संबंधित मानदंडों में संशोधन किया है.

आरबीआई ने कहा कि बैंकों को गैर-अनुपालन के लिए दंड को ‘दंडात्मक शुल्क’ के रूप में मानना चाहिए और इसे ‘दंडात्मक ब्याज’ के रूप में नहीं लगाया जाना चाहिए, जो अग्रिमों पर लगाए गए ब्याज की दर में जोड़ा जाता है.

आरबीआई ने कहा कि दंडात्मक शुल्कों का पूंजीकरण नहीं किया जाना चाहिए, दूसरे शब्दों में, ऐसे शुल्कों पर कोई और ब्याज की गणना नहीं की जानी चाहिए.

शुक्रवार को जारी एक सर्कुलर में यह भी कहा गया कि इससे ऋण खाते में ब्याज चक्रवृद्धि की सामान्य प्रक्रियाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

यह निर्देश यह देखने के बाद जारी किए गए थे कि कई बैंक उधारकर्ता द्वारा उन शर्तों के साथ चूक या गैर-अनुपालन के मामले में, जिन शर्तों पर ऋण सुविधाएं स्वीकृत की गई थीं, लागू ब्याज दरों के अलावा दंडात्मक ब्याज दरों का उपयोग करते हैं.

केंद्रीय बैंक ने कहा, “इस तरह के शुल्क का उपयोग अनुबंधित ब्याज दर से अधिक राजस्व वृद्धि उपकरण के रूप में नहीं किया जाता है.”

आरबीआई की टिप्पणियां महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ग्राहकों ने अक्सर उन दंडात्मक शुल्क लगाते समय बैंकों की ओर से पारदर्शिता की कमी के बारे में शिकायत की है.

आरबीआई के सर्कुलर में कहा गया है, “दंडात्मक शुल्क की मात्रा उचित होगी और किसी विशेष ऋण या उत्पाद श्रेणी के भीतर भेदभाव किए बिना ऋण अनुबंध के भौतिक नियमों और शर्तों के गैर-अनुपालन के अनुरूप होगी.”

पंचायतें भारत के लोकतंत्र के स्तंभ हैं : पीएम मोदी

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नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पंचायतें भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के स्तंभ हैं.

दमन और दीव में एक पंचायती राज समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों को लोगों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए और जिलों के विकास में योगदान देना चाहिए और लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना चाहिए.

उन्होंने कहा, “पंचायतें हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के स्तंभ हैं. आपको (जिला पंचायत सदस्यों को) आम आदमी की समस्याओं के समाधान की दिशा में काम करना चाहिए. आपको अपने-अपने राज्यों में लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए काम करना चाहिए और योगदान देना चाहिए. पंचायत सदस्यों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके क्षेत्र के छात्र 10वीं और 12वीं की परीक्षा में कैसे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं और खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं.”

मोदी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा सामूहिकता, संगठन और समर्पण के मूल्यों में विश्वास करती है.

उन्होंने कहा, “हम सभी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभाने के लिए अपनी क्षमता और कौशल को लगातार बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं.”

भारत में सऊदी प्रो लीग का प्रसारण करेगा सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क

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मुंबई, . भारतीय फुटबॉल फैंस जश्न मना सकते हैं, क्योंकि सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क को देश में सऊदी प्रो लीग का आधिकारिक प्रसारक और सोनी लिव को स्ट्रीमिंग पार्टनर नामित किया गया है.

लीग के अगले दो सीज़न के लिए, ब्रॉडकास्टर दुनिया भर के कुछ सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ मैचों का सीधा प्रसारण करेगा.

सऊदी प्रो लीग ने पिछले सीज़न में क्रिस्टियानो रोनाल्डो को शामिल किया था और अब नेमार, करीम बेंजेमा, जॉर्डन हेंडरसन, एनगोलो कांटे, सादियो माने और फुटबॉल जगत के दिग्गज शामिल हो गए हैं.

लीग के अलावा, किंग्स कप और सऊदी सुपर कप का प्रसारण दोनों सीज़न के लिए क्रमशः क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल से शुरू किया जाएगा.

विराट के इंटरनेशनल क्रिकेट में 15 साल पूरे, जय शाह ने दी बधाई

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नई दिल्ली, बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे करने पर बधाई दी है.

18 अगस्त, 2008 को युवा विराट कोहली, जो उस समय 19 साल और 287 दिन के थे. उन्होंने दांबुला में खेले गए वनडे मैच में श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया.

इसके कुछ ही महीने बाद उन्होंने मलेशिया में टीम इंडिया को अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाया. तब से कोहली सभी प्रारूपों में भारत के लिए रन मशीन बन गए.

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे होने बधाई देते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस मुकाम को हासिल करने के लिए आपको बधाई. आपके जुनून, दृढ़ता और उपलब्धियों ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है. आपको आगे भी इस तरह की सफलता मिलती रहे इसकी हम कामना करते हैं.

कोहली ने इंस्टाग्राम पर पिछले साल मेलबर्न में पुरुष टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताने वाली पारी की एक तस्वीर के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे करने पर आभार व्यक्त किया.

अब तक, कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 501 मैचों में 53.63 के औसत से 76 शतक और 131 अर्द्धशतक सहित 25,582 रन बनाए हैं.

34 वर्षीय कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई भारत की पांच मैचों की टी20 सीरीज का हिस्सा नहीं थे और वह शुक्रवार से आयरलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली आगामी तीन टी20 मैचों का भी हिस्सा नहीं हैं.

कोहली अब 30 अगस्त से 17 सितंबर तक पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों की मेजबानी में होने वाले 50 ओवर के एशिया कप 2023 में भारत के लिए एक्शन में लौटेंगे.

टीम अभी बन रही है, उतार-चढ़ाव आएंगे : राहुल द्रविड़

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लॉडरहिल (यूएसए), . टीम इंडिया की वेस्टइंडीज से पांच मैचों की टी20 सीरीज में हार के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा कि यह एक ‘विकासशील टीम’ है और उन्हें पता है कि फॉर्म में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा. उनकी नजर में कम अनुभवी खिलाड़ियों को बरकरार रखा जाना चाहिए.

द्रविड़ ने मैच के बाद कहा, “हमने 0-2 से पिछड़ने के बाद अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हम आज जीत नहीं सके.”

“अगर आप पांच मैचों को देखें तो हमने कुछ गलतियां कीं, लेकिन ऐसा हो सकता है.”

“यह एक युवा और बढ़ती हुई टीम है, इसलिए ऐसे समय आएंगे जब उतार-चढ़ाव होगा.”

“निश्चित रूप से हम निराश हैं… वेस्टइंडीज को श्रेय जाता है. वे एक अच्छी टी20 टीम हैं और अपनी घरेलू परिस्थितियों में खेलते हुए वे विशेष रूप से अच्छा खेलते हैं.”

वेस्टइंडीज ने रविवार को फ्लोरिडा में पांचवें और अंतिम टी20 मैच में भारत को आठ विकेट से हराकर छह साल के सूखे को तोड़ते हुए पांच मैचों की श्रृंखला अपने नाम कर ली.

सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग (85 नॉट आउट) और प्लेयर ऑफ द सीरीज निकोलस पूरन (47) मैच के सितारे थे. वेस्टइंडीज ने दो ओवर शेष रहते भारत के 165/9 के कुल स्कोर का सफलतापूर्वक पीछा किया और यह सुनिश्चित किया कि कैरेबियाई टीम सीरीज में 3-2 से जीत दर्ज करे.

यह 2017 के बाद से वेस्टइंडीज की भारत पर पहली टी20 श्रृंखला जीत थी, जबकि इस हार ने भारत की लगातार 12 द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में अजेय रहने के क्रम को तोड़ दिया. एशियाई टीम दो साल से अधिक समय में पुरुषों की टी20 में अपनी पहली सीरीज हारी है.

पीएम मोदी ने देश के विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों को किया याद

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नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1947 में हुए भारत के विभाजन और उस दौरान हुए लोगों के कष्ट और संघर्ष को याद करते हुए उन लोगों को नमन किया है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया था.वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1947 में धर्म के आधार पर हुए देश के विभाजन को भारत के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स ( पहले ट्विटर ) पर भारत विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए कहा, ” विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया. इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा. ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन. “

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धर्म के आधार पर विभाजन को काला अध्याय बताते हुए एक्स ( पहले ट्विटर ) पर कहा, ” 1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय है. इससे उत्पन्न हुई नफरत ने लाखों लोगों की जान ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित किया. देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी और कई लोग आज भी इस विभीषिका का दंश झेल रहे हैं. आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन सभी लोगों को नमन करता हूं, जिन्होंने विभाजन के कारण अपनी और अपने परिजनों की जान गंवाई. “

आपको बता दें कि, भाजपा 14 अगस्त के दिन को पूरे देश में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर याद कर रही है और इसे लेकर पार्टी देशभर में कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रही है.