गुरुद्वारा साहिब माता गुजरी जी ,गीता कॉलोनी के अध्यक्ष सरदार पुरुषोत्तम सिंह चावला ने बताया कि आज 23 दिसंबर को प्रातः 9:30 बजे अखंड पाठ से समाप्ति के उपरांत निशान साहिब की सेवा की गई lशाम को 7:30 बजे से 9:30 बजे तक लखनऊ के भाई सुखप्रीत सिंह जी का शब्द-कीर्तन हुआ l तदुपरांत अरदास एवं गुरु गुरु जी के अटूट लंगर का आयोजन हुआ l
दिनांक 24 दिसंबर रविवार को प्रातः 10:00 बजे से 1:30 बजे तक कथा, व्याख्यान एवं भाई सुखप्रीत सिंह जी लखनऊ वालो का शबद कीर्तन कार्यक्रम होगा तदुपरांत पश्चात गुरु जी के अटूट लंगर का आयोजन होगा l
जत्थेदार सुरेंद्र सिंह अरोरा एवं सिख समाज के संरक्षक इकबाल सिंह गांधी ने बताया कि सिखों के दसवें गुरु साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंघ जी महाराज ने धर्म और देश की रक्षा के लिए केवल एक सप्ताह में ही अपने अनेक सिखों सहित पूरे परिवार का बलिदान कर दिया था। 21 दिसंबर 2023 से लेकर 28 दिसंबर तक का सप्ताह वही सप्ताह है जब यह बलिदानों की श्रृंखला चली यह बलिदान का यह प्रसंग अद्वितीय है । तत्कालीन मुगल बादशाह के संधि प्रस्ताव को मानते हुए गुरु साहिब ने आनंदपुर का किला भरी ठंड के मौसम में और गिरती बारिश में अपने सभी सिखों और परिवार सहित छोड़ दिया। अपनी संधि की सौगंध तोड़ते हुए औरंगजेब की सेनाओं ने सरहिंद के नवाब के नेतृत्व में आक्रमण कर दिया और फलस्वरूप उफनती हुई सिरसा नदी के किनारे गुरु जी का परिवार बंट गया। एक ओर गुरु जी और उनके दो बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह जी, 17 वर्ष और बाबा जुझार सिंह जी 14 वर्ष और अन्य 40 सिख जिन्हें चमकौर में 10 लाख मुगल सेना ने घेर लिया और भीषण युद्ध हुआ। यही पर एक एक सिख सवा सवा लाख मुगल से लड़ा। इसी युद्ध में गुरु जी के सामने उनके दो बड़े पुत्रों का बलिदान हुआ। l
गुरुद्वारा सुख सागर साहब के अध्यक्ष एवं संयोजक सरदार चरणजीत सिंह कालरा ,दलजीत सिंह अरोड़ा ,बाबा त्रिलोचन सिंह जी सरपंच , राजा कालर ,आत्मा सिंह विग वं सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस एस नारंग ने बताया कि 25 दिसंबर को एक विशाल रैली प्रातः 9:00 बजे गुरुद्वारा सुखसागर फ्रीगंज से प्रारंभ होगी और गुरुद्वारा गुरु नानक घाट पर समाप्त होगी l रैली में समाज जन सफेद -केसरिया वस्त्र धारण कर दुपहिया वाहन पर निकलेंगे और साहबजादो की अमर शहादत को नमन करेंगे l