उज्जैन/चारधाम मंदिर के पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर स्वामी श्री शांति स्वरूपानंद गिरिजी महाराज ने उदयन मार्ग स्थित अलका पुरी उद्यान में श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन कथा के महत्व को प्रतिपादित करते हुऐ कहा कि इस संसार में व्यक्ति किसी ना किसी दुःख से दुःखी हैं। जितने निवारण की कोशिश करते हैं, उतने उलझते जाते हैं। सांसारिक दुःखों का निवारण सत्संग के माध्यम से संभव है। संत सत्संग के माध्यम से आत्मज्ञान कराते हैं।
सत्संग के प्रथम दिन हनुमान मंदिर से शोभायात्रा निकली, जिसका कालोनीवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
उक्त जानकारी देते हुए पं. रामलखन शर्मा ने बताया कि भागवत पुराण का पुजन कथा के मुख्य यजमान विनोद सिंह-श्रीमती चेतना तोमर ने किया। कथा का आयोजन श्रीमद्भागवत महिला मण्डल समिति अलका पुरी द्वारा किया जा रहा है। कथा में श्रीमती मंजू तोमर, श्रीमती रेखा श्रीवास्तव, श्रीमती आरती जादोन, सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने कथा श्रवण की। 18 दिसम्बर को कथा दोपहर दो बजे से प्रारंभ होगी। सत्संग समिति ने श्रद्धालु भक्तों से कथा श्रवण का अनुरोध किया है।