लखनऊ, 2 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी रोष है।
भाजपा पहले ही 300 बागी उम्मीदवारों को निष्कासित कर चुकी है, जिन्होंने पार्टी नेताओं के समझाने के बावजूद अपना नाम वापस लेने से इनकार कर दिया था। मिजार्पुर, लखीमपुर, गोना, उन्नाव, फतेहपुर और वाराणसी से पार्टी नेताओं को निष्कासित किया गया है।
सपा में फरु खाबाद के अमृतपुर से छह बार के विधायक नरेंद्र सिंह यादव सोमवार को अपनी बेटी मोना यादव, जो जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, और बेटे सचिन यादव के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
संभल से सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क संभल नगरपालिका परिषद अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार के चयन को लेकर पार्टी नेतृत्व के प्रति अपनी बढ़ती नाराजगी को सार्वजनिक तौर पर आवाज देते रहे हैं। स्थानीय विधायक इकबाल महमूद बर्क की पत्नी रुखसाना महमूद ने भी घोषणा की है कि वह उनकी जगह निर्दलीय उम्मीदवार फरहान सैफी को समर्थन देंगी।