भोपाल, । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आचार्य शंकर ने पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण चारों दिशाओं में मठ स्थापित कर भारत को जोड़ने का कार्य किया। उनके प्रयास से हमारी संस्कृति की पहचान बनी हुई है। उनका अद्वैत वेदांत दर्शन ही लोगों को सही दिशा दे रहा है। उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आचार्य शंकराचार्य सांस्कृतिक एकता न्यास और मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित आचार्य शंकर प्रकटोत्सव, एकात्म पर्व को संबोधित कर रहे थे।
इससे पहले स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज और मुख्यमंत्री चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने मंचासीन संतों का स्वागत किया। उन्होंने स्वामिनी विमलानंद सरस्वती को अध्यात्म और संस्कृति में योगदान के लिए और डॉ. कांशीराम जी को उल्लेखनीय सांस्कृतिक योगदान के लिए प्रशस्ति-पत्र और सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।