उज्जैन। विधिक सेवा प्राधिकरण उज्जैन द्वारा विक्रम कीर्ति मंदिर में आयोजित नेत्रदान व अंगदान जागरूकता शिविर व सामुदायिक मध्यस्थता शिविर के आयोजन में मुख्य अतिथि प्रधान जिला न्यायाधीश श्री वाणीजी ने अपने संबोधन में मध्यस्थता से प्रकरण के निराकरण के महत्त्व को समझाते हुई अंगदान व उसकी उपयोगिता एवं देश में कितनी आवश्यकता हैं कि जानकारी दी।
विशेष न्यायाधीश श्री अशफाक अहमद खान व जिला न्यायाधीश एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री अरविन्द जैन द्वारा अंगदान के महत्व व जागरूकता की आवश्यकता पर विचार व्यक्त किए। साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने भी अपने संबोधन में महर्षि दधीच का उदाहरण देते हुए प्राचीन समय से चली आ रही परंपरा को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के माध्यम से भी अंगदान के लिये जागरूकता लाई जा सकती है कि बात कही।
इस अवसर पर लॉयन श्रीमती मानिक कर्पे लायंस क्लब उज्जैन सुरभि की सदस्य को उनके द्वारा अपनी मृत्यु उपरांत अपना देहदान आरडी गारडी मेडिकल कॉलेज को दिए जाने के संकल्प के लिए प्रधान जिला न्यायाधीश श्री वाणी द्वारा सम्मानित किया गया। आयोजन का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी चंद्रेश मंडलोई द्वारा किया गया। जानकारी अजय सिंह ने दी।