वाराणसी। विश्व वैदिक सनातम संघ की अंतरराष्ट्रीय महामंत्री किरन सिंह बिसेन की ओर दाखिल भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान केस की गुरुवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी। उन्होंने प्रार्थनापत्र देकर ज्ञानवापी परिसर हिंदुओं को सौंपने की मांग की है। मुस्लिमों का प्रवेश रोकने और वहां कथित शिवलिंग की पूजा का अधिकार मांगा गया है। अदालत इससे जुड़े सभी पहलुओं पर विचार कर सकती है।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता शिवम गौड़ ने बताया कि भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। अंजुमन इंतजामिया कमेटी की ओर से अभी तक कोई रिटर्न स्टेटमेंट नहीं दिया गया। उसकी क्या आपत्ति है। उत्तर प्रदेश सरकार, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की ओर से भी किसी तरह का रिटर्न स्टेटमेंट आज तक कोर्ट में दाखिल नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसमें किस स्तर पर लापरवाही हुई है। कोर्ट से मांग की जाएगी कि इन सभी बिंदुओं को देखे। कहा कि किसी भी दूसरे पक्ष की लापरवाही के लिए दूसरे पक्ष को इंतजार कराना उचित नहीं और न ही अदालत का वक्त खराब किया जा सकता है।