प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मधुमेह दिवस मनाया जाता है। मधुमेह शरीर में शुगर की मात्रा का अनियंत्रित होना है। मधुमेह वह अवस्था है जब शरीर इंसुलिन हार्मोन्स को पर्याप्त मात्रा में बना नहीं पाता है। चूंकि इंसुलिन कार्बोहाईड्रेट को उर्जा में परिर्वतित करता है। इसलिये यह हमारे शरीर के लिये आवश्यक है। पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन न बनने की वजह से कार्बोहाईड्रेट उर्जा में परिवर्तित नहीं हो पाता है। फलस्वरूप वह रक्त मे फैलकर हमारे शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करता है।
मधुमेह रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है जो एक चिंता का विषय है। मधुमेह को ठीक तो नहीं किया जा सकता है, परन्तु नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह एक मीठा रोग है क्योंकि मधुमेह में व्यक्ति की शारीरिक स्थिति जब बहुत खराब हो जाती है तभी उसे कष्ट का एहसास होता है।
मधुमेह के कारण
अनुवांशिक दोष (माता पिता रक्त संबंधियों) को मधुमेह होना। आराम पसंद जीवन शैली। अधिक तेल मिर्च मसाले वाले भोजन का उपयोग। मोटापा। अनियंत्रित रक्त चॉप। हृदय संबंधी रोग। गर्भावस्था के समय मॉ को मधुमेह का होना या जन्म के समय बच्चें का वजन 3ः500 किलोग्राम से अधिक होना। पेट का मोटापा (तांेद) मधुमेह होने की संभावना बढ़ाता है। फास्टफुड या जंक फुड का अधिक सेवन करना।
मधुमेह नियंत्रित करने के उपाय
मधुमेह किन कारणों से हो सकता है इस बात की जानकारी अधिक से अधिक आम जनता को बताई जायें ताकि वह इससे बच सके। नियमित व्यायाम (सप्ताह मे 6 दिन नियमित व्यायाम) करें जैसे- पैदल चलना, रस्सी कुदना, सायकल चलाना, योग करना, लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का उपयोग करना व अन्य व्यायाम करना एवं कम वजन करें। खान-पान पर नियंत्रण रखना (अधिक तेल मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज करना) आहार मे हरी सब्जियॉ, ताजे फल तथा अंकुरित पदार्थो को शामिल करे। तम्बाकू के उपयोग से बचे, मध्यपान, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, कोल्ड्रिंग से परहेज करें। ब्लड शुगर की नियमित जॉच करवायें, यदि ब्लड शुगर बढ़ी हुई है तो चिकित्सक से परामर्श ले। गुर्दे के कार्य करने एवं ऑखों की नियमित जॉच करवाये। मधुमेह रोगी अपने मन से दवाईयॉ लेना बंद न करे।