Saturday, May 18, 2024

सत्येंद्र जैन ने मुझे धमकी दी, मैंने आप को दिए 50 करोड़ रुपये: चंद्रशेखर का एलजी को पत्र

नई दिल्ली, । जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के पास शिकायत दर्ज कराई है, इसमें आरोप लगाया गया है कि तिहाड़ जेल नंबर-7 में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन उच्च न्यायालय में दायर शिकायत को वापस लेने के लिए महानिदेशक कारागार और जेल प्रशासन के माध्यम से उन्हें धमका रहे हैं।

अपने पत्र में चंद्रशेखर ने दावा किया कि उन्होंने जैन को प्रोटेक्शन मनी के रूप में 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया, वह 2015 से जैन को जानते थे। ठग ने दावा किया कि उन्होंने पार्टी को 50 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया था, क्योंकि उन्हें दक्षिण भारत में पार्टी के भीतर एक महत्वपूर्ण पद का वादा किया गया था।

चंद्रशेखर ने पत्र में, जिसे उनके वकील अशोक सिंह ने पोस्ट किया, लिखा- मैं 2017 से जेल में बंद हूं और मैं 2015 से आप के सत्येंद्र जैन को जानता हूं, और मैंने दक्षिण क्षेत्र में पार्टी में महत्वपूर्ण पद देने के वादे पर और विस्तार के बाद राज्यसभा के लिए मनोनीत होने में मदद करने के वादे पर आप को 50 करोड़ से अधिक का योगदान दिया था।

भ्रष्टाचार मामले में 2017 में गिरफ्तारी के बाद मुझे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया। इस दौरान सत्येंद्र जैन कई बार मुझसे मिलने आए और पूछा कि क्या मैंने आप को दिए गए अपने योगदान से संबंधित किसी भी जांच एजेंसी के सामने खुलासा किया।

उन्होंने कहा, 2019 में फिर से सत्येंद्र जैन और उनके सचिव और उनके करीबी दोस्त सुशील ने जेल में मुझसे मुलाकात की और मुझे जेल में सुरक्षित रूप से रहने के लिए सुरक्षा राशि के रूप में हर महीने 2 करोड़ रुपये का भुगतान के लिए कहा।

https://googleads.g.doubleclick.net/pagead/ads?client=ca-pub-9061549314201011&output=html&h=280&slotname=6699501109&adk=4074910334&adf=2224525845&pi=t.ma~as.6699501109&w=730&fwrn=4&fwrnh=100&lmt=1667293578&rafmt=1&format=730×280&url=https%3A%2F%2Faapkikhabar.com%2Findia%2F%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0-%25E0%25A4%259C%25E0%25A5%2588%25E0%25A4%25A8-%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%2587-%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%259D%25E0%25A5%2587-%25E0%25A4%25A7%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2580-%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2580-%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2588%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%2587-%25E0%25A4%2586%25E0%25A4%25AA-%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258B-%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%258F-50-%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%25A1%25E0%25A4%25BC%2Fcid9036701.htm&fwr=0&fwrattr=true&rpe=1&resp_fmts=3&wgl=1&uach=WyJXaW5kb3dzIiwiMC4xLjAiLCJ4ODYiLCIiLCIxMDYuMC41MjQ5LjEyMSIsW10sZmFsc2UsbnVsbCwiMzIiLFtbIkNocm9taXVtIiwiMTA2LjAuNTI0OS4xMjEiXSxbIkdvb2dsZSBDaHJvbWUiLCIxMDYuMC41MjQ5LjEyMSJdLFsiTm90O0E9QnJhbmQiLCI5OS4wLjAuMCJdXSxmYWxzZV0.&dt=1667293578025&bpp=4&bdt=794&idt=732&shv=r20221027&mjsv=m202210260101&ptt=9&saldr=aa&abxe=1&cookie=ID%3D31b5ee6ce5b366a5-22c0b72152d000b7%3AT%3D1643732043%3ART%3D1643732043%3AS%3DALNI_Mb6BlGMxDBK9-ZVysqOwLed-YJ3CA&gpic=UID%3D0000076693114817%3AT%3D1657044492%3ART%3D1667281619%3AS%3DALNI_MZoR6k2Fq5FNBUJBVpLpUIGh1hLeg&prev_fmts=0x0&nras=1&correlator=6943100602261&frm=20&pv=1&ga_vid=669127960.1667196895&ga_sid=1667293579&ga_hid=824619522&ga_fc=1&ga_cid=163386459.1667196896&u_tz=330&u_his=5&u_h=800&u_w=1280&u_ah=760&u_aw=1280&u_cd=24&u_sd=1&dmc=4&adx=77&ady=1886&biw=1263&bih=600&scr_x=0&scr_y=0&eid=44759876%2C44759927%2C44759842%2C42531705%2C31070606%2C44774292%2C44775016%2C31060566&oid=2&pvsid=1440116279366686&tmod=12932634&uas=0&nvt=1&ref=https%3A%2F%2Faapkikhabar.com%2Findia&eae=0&fc=1920&brdim=0%2C0%2C0%2C0%2C1280%2C0%2C1280%2C760%2C1280%2C600&vis=1&rsz=%7C%7CpeEbr%7C&abl=CS&pfx=0&fu=128&bc=31&ifi=2&uci=a!2&btvi=1&fsb=1&xpc=CoEEgO47WY&p=https%3A//aapkikhabar.com&dtd=775

उन्होंने मुझसे डीजी जेल संदीप गोयल को 1.50 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। उन्होंने मुझे भुगतान करने के लिए मजबूर किया और लगातार दबाव के माध्यम से 2 से 3 महीने के मामले में 10 करोड़ की राशि मुझसे वसूल की गई। सारी रकम उनके सहयोगी चतुवेर्दी के जरिए कोलकाता में जमा की गई। सत्येंद्र जैन को 10 करोड़ रुपये और डीजी जेल संदीप गोयल को 12.50 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।

चंद्रशेखर ने कहा, ईडी द्वारा हाल की जांच के दौरान मैंने डीजी जेल और जेल प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे रैकेट के बारे में खुलासा किया था और सीबीआई जांच की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका भी दायर की थी, जहां अदालत ने नोटिस जारी किया और मामला अगले महीने सुनवाई के लिए निर्धारित किया।

पिछले महीने भी सीबी1/एसीबी डिवीजन-5 की जांच के दौरान, मैंने सत्येंद्र जैन और आप, और डीजी जेल को भुगतान की गई राशि के सभी विवरणों का खुलासा किया था। लेकिन कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है।

चूंकि अभी सत्येंद्र जैन जेल-7, तिहाड़ में बंद है, वह मुझे डीजी जेल और जेल प्रशासन के माध्यम से धमकी दे रहे है, मुझे उच्च न्यायालय में दायर एक शिकायत वापस लेने के लिए कह रहा है, मुझे बेहद परेशान किया जा रहा है।

चंद्रशेखर ने लिखा, सर, मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि जांच एजेंसी को मेरी शिकायत पर मामला दर्ज करने का निर्देश दें, जो सीबीआई को भी दिया गया है। मैं सत्येंद्र जैन के खिलाफ अपनी शिकायत का समर्थन करने के लिए सभी सबूत देने के लिए तैयार हूं।

मुझे परेशान किया जा रहा है, आप और उनकी कथित ईमानदार सरकार को बेनकाब किया जाना चाहिए और दिखाया जाना चाहिए कि जेल में भी वे उच्च स्तर के भ्रष्टाचार में शामिल हैं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles