नई दिल्ली, । आईएएनएस-सीवोटर लाइव ट्रैकर से यह बात निकलकर सामने आई है कि मुफ्त बिजली चुनावों में जीत का फॉर्मूला बनता जा रहा है।
अलग-अलग राज्यों में 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले जहां आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड में मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में मुफ्त बिजली देने का वादा किया है।
सर्वेक्षण में शामिल 50.29 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि मुफ्त बिजली का वादा चुनाव के लिए जीत का फॉर्मूला बन रहा है, जबकि 35.28 प्रतिशत ने कहा कि एक पार्टी सिर्फ मुफ्त बिजली के वादे से चुनाव नहीं जीत सकती।
साथ ही, 50.92 प्रतिशत ने कहा कि मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने से राज्यों का राजस्व प्रभावित होता है, जो जनता को प्रदान की जाने वाली अन्य आवश्यक सेवाओं को प्रभावित करता है।
सर्वेक्षण का नमूना आकार 1,225 है।
भारत में सीवोटर न्यूजट्रैकर सर्वे एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि या²च्छिक संभाव्यता नमूने पर आधारित हैं, जैसा कि विश्व स्तर पर मानकीकृत आरडीडी सीएटीआई पद्धति में उपयोग किया जाता है, सभी राज्यों में सभी भौगोलिक और जनसांख्यिकीय क्षेत्रों को कवर करता है।