Thursday, April 25, 2024
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राजाभाऊ महांकाल उज्जैन के युग पुरुष थे: उषा ठाकुर

उज्जैन। राजाभाऊ महांकाल उज्जैन के युग परुष थे। उन्होंने देश सेवा के लिए जो बलिदान दिया,वह सदियों तक याद रखा जाएगा। अपने लिए तो सभी करते है,देश-समाज का विचार कर परिवार त्यागना और सर्वस्व अर्पित करना,ऐसे उदाहरण कम देखने में आता है। राजाभाऊ ऐसी ही शख्सियत थी।
यह बात प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कही। आप लोकमान्य टिळक शिक्षा परिसर स्थित राजाभाऊ महांकाल सभागृह में आयोजित राजाभाऊ महांकाल जन्म शताब्दी समारोह समिति द्वारा आयोजित व्यख्यान की अध्यक्षता कर रही थीं।
मुख्य वक्ता म.प्र.साहित्य अकादेमी,भोपाल के निदेशक डॉ. विकास दवे थे। जिन्होंने राजाभाऊ महांकाल के जीवन वृत पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राजाभाऊ महाकाल मैदान पर फुटबॉल खेलने जाते थे। वहीं पर दिगम्बर राव तिजारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा लगते थे। तिजारे जी को परमपूज्य डॉ. केशव बलिराम जी हेडगेवार ने संघ शाखा विस्तार के लिए उज्जैन भेज था। उन्होंने राजाभाऊ को भी स्वयंसेवक बनाया। राजाभाऊ के पिता बलवंत और माता अन्नपूर्णा ने उसकी सहमति दी। 1953 में पं.श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर आंदोलन के तहत सत्याग्रह हेतु आव्हान किया। राजाभाऊ ने अपने सत्याग्रही साथियों के साथ उज्जैन से दिल्ली तक कि 600 किमी की यात्रा पूर्ण की।आपको दिल्ली और फ़िरोजपुर की जेल में बन्दी बनाया गया।
आप 1955 मे गोआ विमोचन समिति के आव्हान पर सेकड़ो युवकों के साथ गोआ मुक्ति के लिए घर से निकल गए। गोआ में पुर्तगाली शाशन था। गोआ की सीमा पर सत्याग्रहियों को रोकने के लिए पुर्तगाल सेना गोलियां बरसा रही थी।राजाभाऊ भारत माता की जय के नारे के साथ आगे बढे। उनकी आंख में एक गोली लगी। उन्होंने अपने साथियों को कहा कि कोई बात नहीं और आगे बढ़ने लगे। तभी दूसरी गोले उनके सीने में लगी। इसपर उन्होंने भारत माता जी जय का नारा लगाया और साथी पंजाब के कर्नल सिंह को ध्वज थमा दिया। उनके अमर बलिदान की तारीख थी 15 अगस्त,1955….। उनके पार्थिव शरीर को पुणे ले जाया गया और पंचतत्व में विलीन किया गया।
कार्यक्रम की भूमिका समारोह समिति के अध्यक्ष गिरीश भालेराव ने रखी। आपने समिति द्वारा वर्षभर किए जाने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर राजाभाऊ महांकाल के परिजनों का मंच से सम्मान किया गया। संचालन अनिता दीदी ने किया। आभार गौरव बैंडवाल ने माना। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवक,लोकतंत्र सेनानी, बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक बंद रहेगा श्रद्धालुओं का प्रवेश

उज्जैन, 25 जून । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर के गर्भगृह में श्रावण-भादौ मास के दौरान आगामी 04 जुलाई से 11 सितंबर तक श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान 750 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था भी बंद रहेगी। यह निर्णय रविवार शाम को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया।

दरअसल, 04 जुलाई से श्रावण का महीना शुरू हो रहा है और भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रावण में श्रद्धालुओं की भारी उमड़ती है। इसी को देखते हुए मंदिर समिति द्वारा उक्त निर्णय लिया गया। हालांकि, प्रबंध समिति ने उज्जैन में रहने वाले लोगों के लिए महाकाल मंदिर में अलग द्वार से प्रवेश की सौगात दी है। स्थानीय भक्त 11 जुलाई से अपना आधार कार्ड दिखाकर गेट नं. एक से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। सुविधा की शुरुआत महापौर मुकेश टटवाल प्रथम नागरिक के रूप में मंदिर में प्रवेश कर करेंगे। उज्जैन के लोगों के लिए अलग द्वार से प्रवेश का प्रस्ताव भी महापौर ने ही दिया था।

भक्तों की सुविधा के लिए 10 बिस्तर का हास्पिटल

बैठक में श्रावण महोत्सव में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के नाम भी तय कर दिए गए हैं। बैठक में भक्तों की सुविधा के लिए 10 बिस्तर का हास्पिटल, चार अत्याधुनिक सुविधाघर तथा मातृत्व कक्ष बनाने को लेकर भी निर्णय लिया गया है। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, प्रशासक संदीप कुमार सोनी, एसपी सचिन शर्मा, समिति सदस्य पं.राम पुजारी, पं.प्रदीप गुरु, पं. राजेंद्र गुरुजी सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
40 रुपये किलो महंगा हुआ लड्डू प्रसाद, 400 रुपये किलो मिलेगा

बैठक में भगवान महाकाल के लड्डू प्रसाद के दाम में वृद्धि करने का निर्णय भी लिया गया है। समिति ने लड्डू प्रसाद के भाव में 40 रुपये किलो की वृद्धि की है। वर्तमान में लड्डू प्रसाद 360 रुपये किलो बिक रहा है। श्रावण मास में भक्तों को लड्डू प्रसाद 400 रुपये किलो में खरीदना पड़ेगा। समिति के इस निर्णय से भक्तों की जेब पर अतिरिक्त भार बढ़ा है। मामले में समिति का कहना कि वर्तमान में लड्डू प्रसाद की निर्माण लागत 400 रुपये 84 पैसे प्रतिकिलो पड़ रही है। दाम 400 रुपये किलो करने के बाद भी समिति को 84 पैसे प्रति किलो नुकसान उठाना पड़ेगा।

बैठक में मंदिर विकास में सहयोग देने वाले बड़े दानदाताओं को विशेष पैकेज देने पर चर्चा हुई। हालांकि, इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।

2000 के दो तिहाई से ज्यादा नोट बैंकों में वापस आए: RBI गवर्नर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के निर्णय के एक महीने के भीतर कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये में से दो तिहाई से ज्यादा (2.41 लाख करोड़ रुपये से अधिक) नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस ले रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

केंद्रीय बैंक ने 19 मई को अचानक से 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने का निर्णय किया था। लोगों से बैंक जाकर 30 सितंबर तक 2,000 रुपये के नोट अपने खातों में जमा करने या दूसरे मूल्य के नोट से बदलने को कहा गया है। मूल्य के हिसाब से मार्च 2023 में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट 2,000 रुपये के थे।

दास ने यहां RBI के अपने दफ्तर में बातचीत में कहा, ‘चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के निर्णय के बाद कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये में से दो तिहाई से ज्यादा यानी 2.41 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बैंकों में वापस आ चुके हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि मोटे तौर पर 2000 के लगभग 85 फीसदी नोट बैंक खातों में जमा के रूप में आये हैं।

इससे पहले, आठ जून को मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) के बाद में दास ने कहा था कि 1.8 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस आ गये हैं। यह चलन में मौजूदा 2,000 रुपये के कुल नोट का लगभग 50 फीसदी था। इसमें मोटे तौर पर 85 फीसदी बैंक शाखाओं में जमा हुए हैं जबकि अन्य को दूसरे मूल्य के नोट से बदला गया।

दो हजार रुपये के नोट वापस लेने के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं आपको स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस लिये जा रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।’

उल्लेखनीय है कि SBI रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक का 2,000 रुपये के नोट चलन से वापस लेने से खपत में तेजी आ सकती है और इससे चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी से अधिक रह सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार, ‘हम 2000 रुपये के नोट वापस लेने के प्रभावों की वजह से अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि दर 8.1 फीसदी रहने की उम्मीद कर रहे हैं। यह हमारे उस अनुमान की पुष्टि करता है कि वित्त वर्ष 2023-24 में GDP वृद्धि RBI के अनुमान 6.5 फीसदी से अधिक रह सकती है।’

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा, ‘जब 2,000 रुपये का नोट वापस लेने का फैसला किया गया, उसका आर्थिक वृद्धि से कोई संबंध नहीं था….इस फैसले का जो भी नतीजा होगा, उसका पता बाद में चलेगा लेकिन एक चीज मैं आपको स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस ले रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। बाकी कितना सकारात्मक परिणाम आता है, वह आगे पता चलेगा।’

टॉम क्रूज़ ने ‘मिशन इम्पॉसिबल: डेड रेकनिंग’ में मौत को मात देने वाले स्टंट के बारे में बताया

6 सितंबर, 2020 को, ‘मिशन: इम्पॉसिबल- डेड रेकनिंग पार्ट वन’ की प्रमुख फोटोग्राफी के पहले दिन, टॉम क्रूज़ ने एक पहाड़ से मोटरसाइकिल चलाई थी। उन्होंने एक कस्टम होंडा सीआरएफ 250 को विशेष रूप से निर्मित रैम्प पर चलाया, जो कि नॉर्वे के हेलसेटकोपेन पर्वत के किनारे बनाया गया था। खास बात यह है कि यह रैम्प समुद्र तल से लगभग 1,200 मीटर ऊपर एक खड़ी चट्टान पर स्थित था। इस दौरान वे जमीन से बमुश्किल 500 फीट ऊपर अपना पैराशूट खोलने से पहले 4,000 फीट नीचे खोह में उतर गए।

जब वे दिखाई दिए, तब जाकर डायरेक्टर- क्रिस्टोफर मैकक्वेरी और उनके मिशन के सह-कलाकारों के क्रू ने राहत की साँस ली, जो वीडियो विलेज की सुरक्षा से सिनेमेटिक सीक्वेंस देखने के लिए एकत्रित हुए थे। क्रूज़ खुद को तैयार करते और फिर चल पड़ते सीक्वेंस करने। आश्चर्य की बात है कि उन्होंने यह सब एक या दो बार नहीं, बल्कि सात बार दोहराया, सिर्फ यह सुनिश्चित करने के लिए कि फुटेज सही हो।

इस स्टंट के बारे में बात करते हुए टॉम क्रूज़ कहते हैं, “हर बार जब भी मैं रैम्प से उतरता था, तो यह मेरे लिए बेहद खतरनाक होता था। इससे मेरी जान को खतरा था, और हम इसे न्यूनतम रखना चाहते थे। मिशन: इम्पॉसिबल फिल्म में एक कहावत है: ‘सुरक्षित मत बनो, सक्षम बनो। निश्चित रूप से प्रोडक्शन का हर एलिमेंट व्यापक प्रशिक्षण नियमों और कठोर सुरक्षा प्रोटोकॉल्स से होकर गुजरता है।”

हालाँकि, क्रूज़ को अब इसकी बहुत अच्छे से प्रैक्टिस हो चुकी थी, लेकिन एक लम्बे समय से इसकी योजना बनाई जा रही थी। मोटरबाइक जंप, जिसमें एथन हंट किनारे से ज़ूम करता है, बाइक को गिराता है और छह सेकंड की विंडो में प्रभाव से पहले एक उच्च जोखिम वाली बेस जंप को अंजाम देता है, यह सब वास्तव में देखने लायक है। प्री-प्रोडक्शन के दौरान यूके में एक वर्ष तक रिहर्सल करने के बाद, शूटिंग शुरू होने तक उन्होंने स्क्रीन पर अब तक के सबसे खतरनाक स्टंट की तैयारी के लिए 500 से अधिक स्काइडाइव्स और 13,000 मोटोक्रॉस जम्प्स पूरे कर लिए थे।

हालाँकि, सच्चाई यह है कि यह स्टंट क्रूज़ के दिमाग में यह सब उससे भी कहीं अधिक समय से चल रहा था। वे कहते हैं, “जब मैं छोटा बच्चा था, तो मैं कूड़े के डिब्बों के ऊपर से कूदने के लिए रैम्प बनाते हुए अपनी साइकिल से छलाँग लगाता था।”

जब क्रूज़ आठ वर्ष के थे, उस समय की बात याद करते हुए कहते हैं, “मैं हमेशा ही कुछ खतरनाक चीजों को करने की तलाश में रहता था।” एक स्थानीय कंस्ट्रक्शन साइट से उन्हें एक प्लाईवुड मिला और उस पर उन्होंने अपनी अब तक की सबसे बड़ी अस्थायी छलाँग लगाई। यह बताए हुए वे हँसकर कहते हैं, “मैंने अपनी साइकिल पहाड़ी से नीचे उतारना शुरू की, रैम्प पर कूद पड़ा, इसके बाद लकड़ी दो भागों में बँट गई और कुछ कूड़ेदान भी टूट गए। इसके बाद मैं क्या देखता हूँ कि हर जगह खून ही खून था। कई वर्षों से मैं यह सब करता आ रहा हूँ, इस दौरान मैंने बहुत खून बहाया है, मेरी हड्डियाँ और दाँत टूट चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद यह कुछ ऐसा है, जो मैं हमेशा से करना चाहता था।”

इन सबसे परे, जब बात वास्तविक शूटिंग की आती है, तो प्रत्येक सीक्वेंस का मॉलिक्यूलर रूप से भी विस्तारपूर्वक पूर्वाभ्यास किया गया है। योग्यता के लिए क्रूज़ की निरंतर खोज का सबसे आदर्श उदाहरण उनका स्पीडोमीटर है। या फिर यूँ कहें, स्पीडोमीटर की कमी। वे कहते हैं, “जब भी मैं रैम्प से कूदता था, तो मुझे एक निश्चित स्पीड की आवश्यकता होती थी [बेस जंप स्टंट में], लेकिन मैं बाइक पर स्पीडोमीटर नहीं लगा सकता था, क्योंकि रैम्प इतना सकड़ा था कि यदि मैं नीचे देखता, तो मैं गिर जाता। इसलिए, मुझे इंजन की आवाज़ व कंपन के माध्यम से और अपने शरीर के ऊपर हवा में मॉलिक्यूल्स को महसूस करके बाइक की स्पीड का अनुमान लगाना था। यह योग्यता का वह स्तर था, जिस तक मुझे पहुँचना था, और मैं मानता हूँ कि मैंने इस तक पहुँचने की पूरी कोशिश की।”

टॉम क्रूज़ के प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘मिशन: इम्पॉसिबल- डेड रेकनिंग पार्ट वन’ को पैरामाउंट पिक्चर्स और स्काईडांस द्वारा प्रस्तुत किया गया है, जो 12 जुलाई को पूरे भारत में अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज़ होने के लिए तैयार है।

भारत-अमेरिका की मित्रता वैश्विक भलाई के लिए : प्रधानमंत्री मोदी

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नई दिल्ली, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका की मित्रता वैश्विक भलाई के लिए है। इससे हमारा ग्रह बेहतर और मजबूत होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के ट्वीट को रिट्वीट कर यह बात कही। बाइडन ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण दोस्ती में से एक है। यह पहले से कहीं अधिक मजबूत, करीब और अधिक गतिशील है।इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे उनकी बात से इत्तेफाक रखते हैं। हमारे देशों के बीच मित्रता वैश्विक भलाई की ताकत है। यह ग्रह को बेहतर और अधिक टिकाऊ बनाएगा। मेरी हाल की यात्रा में जो बातें सामने आई हैं, उससे हमारा बंधन और भी मजबूत होगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में अमेरिका की यात्रा करके भारत लौटे हैं। इस दौरान भारत- अमेरिकी संबंधों में और जुड़ाव संभव हुआ है।

जिला युवा कांग्रेस की बैठक सम्पन्न बैठक में भाजपा की विचारधारा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए युवा

उज्जैन/ जिला युवा कांग्रेस द्वारा विगत माह में किए गए कार्यों व आगामी चुनाव में युवा कांग्रेस की भूमिका, रणनीती एवं गतिविधियों पर चर्चा को लेकर बैठक राष्ट्रीय सचिव व सह प्रदेश प्रभारी अजीत सिंह व जिला प्रभारी स्वीटी पाटिल की विशेष उपस्थिती में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष भरत शंकर जोशी के नेतृत्व में आयोजित की गई जिसमें जिले के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
जानकारी देते हुए जिला प्रवक्ता योगेश साद ने बताया कि जिला अध्यक्ष जोशी के आवाह्न पर आयोजित बैठक में विगत माह में किए गए कार्यों पर चर्चा की गई तथा आने वाले समय में युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों की भूमिका व युवा कांग्रेस द्वारा 1 बूथ 5 यूथ व आने वाले समय में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की गई । इस अवसर पर भाजपा की विचारधारा छोड़ कर युवाओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की सदस्यता ग्रहण करने वालों में नवीन मालवीय , राज मालवीय, , कुणाल मालवीय, अभय चौहान, विवेक बैरागी, लक्की बुंदेला, अंकित चौधरी आदि शामिल है ।
बैठक जिला महासचिव हर्षल पटेल , शाकिर खान , सोहेल अहमद विधानसभा अध्यक्ष जावेद पटेल , धर्मेंद्र गुर्जर , सैय्यद बिलाल , रवि यादव , मुक्तियार भाई अविनाश गवरी, अश्विन परमार , सारिक मस्तान , निलेश खुले , कृष्णा यादव , सुनील चौधरी , नवीन बल्दियां , सादाब कुरैशी, पवन मालविया , जुबेर खान , अंकित विशु यादव, यशवंत चौहान ,सोहेल जैदी, अभिजीत बैरागी , आयुष ओझा , राजबीर राणा , रोहित यादव, प्रतीक टांक, प्रकाश तिवारी , राजा ठाकुर , संकेत रामी , जुबेर मेव, नदीम खान, प्रतीक मालवीय, नवीन आगरकर, प्रदीप बाजपाई ,तनिश जाट , विवेक गुर्जर , अभय चौहान , आसिफ कुरेशी अशरफ कुरेशी चंदन पवार यश जोशी शेख समीर जहीर अहमद दीपेश राव अंकित चौधरी शरद श्रीवास्तव सुमित पोरवाल , आनंद मालवीय, अभी मालवीय , पारस बाली , सागर गुंजाल, विकास गवारी, विजय देवड़ा, दीपेश राव, सैय्यद बिलाल अहमद, जमील अहमद,, अभिषेक भारद्वाज , ईशान , अभिषेक सिंह , शुभम शर्मा , चेतन उपाध्याय , अंशुल जोशी , आयुष भाटी , इंतियाज भाई , ईश्वर सिंह , निमिष जिंदल आदी उपस्थित थे ।

सोने से पीतल, महाकाल लोक, ओम्कारेश्वर पर हुए भ्र्ष्टाचार से बाबा का बढ़ा क्रोध 

क्रोध शांति के लिये निकली महाकाल मनुहार यात्रा का उज्जैन में हुआ समापन 

उज्जैन। आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं ख्यात टीवी पैनलिस्ट डॉक्टर पीयूष जोशी और यात्रा संयोजक शचिकांत बिरथरिया  के नेतृत्व में महाकाल मनुहार पदयात्रा दिनांक 23/6/23 को लव कुश चौराहे से सुबह 8 बजे शुरू हुई धरमपुरी ,सांवेर पँथपिप्लाइ ,ओर रविवार को नवाखेड़ा पड़ाव स्थल से होते हुए सीधे दिनांक 25 /6/23 को सुबह 8 बजे पदयात्रा आरंभ कर सुबह 12 बजे  महाकाल मंदिर पर बाबा महाकाल की क्रोध शान्ति के लिए जल चढ़ाकर यात्रा का समापन हुआ। 

डॉक्टर  पीयूष जोशी ने शिरोमणि आश्रम पर प्रेस वार्ता को संबोधित किया और भाजपा के धार्मिक भ्र्ष्टाचार की पोल खोली । ओर कहा कि देश की जनता  को अब समझ मे आ रहा है कि मोदी क्यो केदारनाथ की गुफा में एकांत में बैठ कर देश मे शांति के लिये नही सोने को पीतल में बदलने के लिये बैठा करते थे। जहाँ 125 करोड़ का भ्र्ष्टाचार किया ओर जांच भी नही होने दे रहे हैं। 

हम भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं कि अपना क्रोध आम आदमी पर प्रकट न करके दोषियों पर क्रोध प्रकट किया जाए और सजा दी जाए ओर भगवान के क्रोध की शान्ति के लिए महाकाल मनुहार यात्रा निकाली गई साथ ही  इंदौर गंगा माता की बगीची से जल लेकर महाकाल बाबा का अभिषेक किया जिससे बाबा क्रोध शांत होगा।

 महाकाल लोक में करोड़ो रूपये का  भारी भ्रष्टाचार किया गया जिस महाकाल लोक की मूर्तियों की ग्यारंटी  100 वर्ष की थी वह सात महीने में ही मामूली हवा चलने से  टूट गई । जिसमे अभी तक जिम्मेदार कोई कार्यवाही नही करना इससे यह साबित होता है कि सीधे – सीधे भाजपा सरकार  भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा देने में लगी हुई है। 

अभी हाल ही में महाकाल परिषद की बैठक में तय  हुआ है कि महाकाल लोक को देखने के लिये भी शुल्क लगाने की तैयारी की जा रही है जिसका आम आदमी पार्टी विरोध करती है। एवं ओमकारेश्वर में जो ओंकार पर्वत है  उसको काटकर तोड़कर हेरिटेज स्टेशन बनाकर प्रकृति से खिलवाड़ किया जा रहा है जिससे  ओमकार पर्वत का प्राकृतिक ओर धार्मिक स्वरूप  नष्ट करने का काम भारतीय जनता पार्टी की बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें कर रही है और धर्म की राजनीति करके भगवान को भी नहीं बख्श रही है और भगवान के मंदिर में भी भारी भारी भ्रष्टाचार करके सरकार के मंत्री विधायक व जनप्रतिनिधि अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं ।

यात्रा में उज्जैन-  इंदौर के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी शामिल हुए जिसमे उज्जैन लोक सभा प्रभारी महेश मन चंदिया, लोकसभा सचिव संतोष वर्मा, इंदौर जिलाध्यक्ष मनोज यादव ,महिला जिला  अध्यक्ष भारती माधव ,प्रकाश सोनी ,डॉ हेमंत परमार ,अमित यादव, अक्षय जैन ,जिला सह सचिव वीरेंद्र सिंह अटल ,लोकसभा सह सचिव निवेदित गंभीर, ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर, मीडिया प्रभारी दीपक बिजोरे,  बरखा बेस शहर महिला सचिव ,ग्रामीण सह सचिव दिलीप परिहार ,अशोक टिपानिया, विजय कलोदिया ,जलालुद्दीन भाई सहित सेकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।

“ये एक बेहद सुंदर और सहज कथा है और मैं जानती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इस पहुँचना चाहियें:जान्हवी कपूर

ये एक बहुतही सुंदर और सहज कथा है और इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचना
होगा ये मैं जानती थी। ये मैंने पहले कभी भी किया नहीं है और ऐसे किरदार को
निभाना मेरे सामने एक बहुतही अच्छी चुनौति थी। मिली ने मुझे भावनात्मक,
मानसिक, शारीरिक, सभी प्रकार से खुद को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और मैं
इसे किसी और तरीके से नहीं कर पाती। जब मैं सोचती हूँ, तब ये मेरे ध्यान में आता है
कि मेरे सभी किरदार अपनी माँ या पिता से गहराई से जुड़े हुए हैं। शायद जब मैं स्क्रिप्ट
पढ़ती हूँ तब यही बात मुझे प्रेरित करती है।
इस फिल्म से दर्शक क्या संदेश लेंगे ऐसी आशा तुम करती हो?
हम जिन लोगों से प्यार करते हैं, उनके लिए हम किस हद तक जा सकते हैं, ये ‘मिली’
में देखने मिलता है। इस में उसका धैर्य, साहस और आशा और आखिर में यह सब
किस तरह उसके परिवार के लिए है, यह दिखायी देता है। इस फिल्म में मेरी भूमिका
किस तरह अपनें अंदर की ताकत को खोजती है यह देखने मिलता है। लेकिन मैं
चाहूँगी कि दर्शक अपनें रिश्तें और ताकतों के बारे में सोचें और उन्हें अच्छा बनाने के
लिए कोशिश करें।

‘मिली’ के वर्ल्ड टेलिविजन प्रीमियर के बारे में मैं बहुतही उत्साहित हूँ। ज्यादा से ज्यादा
लोगों तक ये फिल्म पहुँचे और दर्शक इस फिल्म से कनेक्ट हो इसलिए यह बहुतही
अच्छा मौका है। मुझे आशा है कि दर्शकों को यह फिल्म पसंद आएगी और उनको
प्रभावित करेगी।
क्या बच पाएगी मिली? अब दर्शक जानेंगे.
इस फिल्म में पिता और बेटी का रिश्ता देखने मिलता है। सेट पर मनोज पहवा के
साथ तुम्हांरा नाता कैसा था और अपने पिता के साथ आपके रिश्ते के बारे में आप
क्या कहना चाहेंगी?
इस फिल्म में मेरे पिता का किरदार निभानेवाले मनोज पहवा बेहद अच्छे है। वे एक
बहुतही अच्छे अभिनेता है और उनकी सादगी के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते।
हमारें कितने सारे प्यारे दृश्य एकसाथ थे और हमारा सच में एक अच्छा नाता बन गया
था। यह रिश्ता इस फिल्म के मुख्य संकल्पनाओं में से एक है। मेरे पिता के साथ मेरा
रिश्ता मेरे लिए बेहद महत्त्वपूर्ण है – वे मेरे लिए जीवन में शक्ति और प्रेरणा का स्रोत
है।
देखियें ‘मिली’ का वर्ल्ड टेलिविजन प्रीमियर शनिवार, 24 जून को रात 9 बजे ज़ी सिनेमा पर

राहुल गांधी शादी करें या नहीं, ये उनका व्यक्तिगत फैसला : कमलनाथ

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भोपाल, । राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के राहुल गांधी को शादी करने की सलाह देने के अगले दिन शनिवार को कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी शादी करें या नहीं, ये उनका व्यक्तिगत फैसला है।

डिंडोरी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और दिग्गज नेता कमलनाथ ने कहा कि कई लोग राहुल गांधी को शादी करने की सलाह देते हैं। लेकिन, शादी करना एक व्यक्तिगत फैसला है। ये राहुल गांधी को तय करना है कि उन्हें क्या करना है।

दरअसल, एक दिन पहले शुक्रवार को पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने की रणनीति पर चर्चा की गई और कई अहम फैसले भी लिए गए। इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद सुप्रीमो लालू यादव ने राहुल गांधी को शादी करने की सलाह दे डाली थी।

पाक हैकरों ने भारतीय सेना व शिक्षा क्षेत्र को बनाया निशाना

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नई दिल्ली, । भारतीय सुरक्षा शोधकर्ताओं ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पाकिस्तान स्थित हैकर्स द्वारा भारतीय सेना और शिक्षा क्षेत्र पर किए गए साइबर हमलों की एक नई लहर का पता लगाया है। पुणे स्थित क्विक हील टेक्नोलॉजीज की उद्यम शाखा, सेक्राइट की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसपेरेंट ट्राइब भारत सरकार और सैन्य संस्थाओं को निशाना बना रहा है।

पाकिस्तान स्थित समूह (जिसे एबीडी36 कहा जाता है) भारतीय सेना को अपने सिस्टम से समझौता करने के लिए लुभाने कोअधिकारियों की पोस्टिंग नीति में संशोधन नामक एक दुर्भावनापूर्ण फाइल का उपयोग कर रहा है।